केरेडारी :- प्रमोद कुमार :- केरेडारी प्रखंड अंतर्गत चट्टीबरियातू में संचालित एनटीपीसी चट्टी बरियातू कोल माइंस का कोयला सम्प्रेषण का कार्य पिछले 15 नवंबर को प्रारंभ तो हुआ, पर आज तक एनटीपीसी का कोयला जंहा पंहुचना था वंहा नही पंहुच पाई। जब इसकी वजह जानने का प्रयास किया गया तो पता चला कि पगार स्तिथ काँटाघर से कोयला लदा हाइवा करनपुरा पावर प्लांट के लिए तो निकला लेकिन ग्रामीणों ने बीच रास्ते मे ही कोयला सम्प्रेषण का कार्य रोक दिया। सम्प्रेषण के पहले दिन ही ग्रामीणों ने ग्राम जोरदाग में दो अलग -अलग स्थानों पर कंपनी का विरोध कर कोयला सम्प्रेषण का कार्य बंद करवा दिया। साथ ही शांति पूर्वक धरना पर बैठ गए हैं। गांव के सैकड़ो महिला- पुरुष, भू रैयत, स्थानीय भू रैयतों को रोजगार प्रदूषण नियंत्रण, जमीन का मुआवजा भुगतान, पानी छिड़काव, मेडिकल कैप्प, शिक्षा – व्यवस्था आदि मांगो को लेकर ट्रांसपोर्टिंग सड़क पर ही धरने पर बैठ गए हैं। जिसके कारण कोयला ढुलाई के उद्घाटन के पहले दिन से ही कोयला ढुलाई का कार्य बंद पड़ा है। वंही एक तरफ विरोध कर रहे भू रैयत जितेंद्र कुमार दास, विनय कुमार,बसंत कुमार, धर्मेद्र कुमार साव, अजय कुमार, सुधीर कुमार,आदित्य कुमार, पप्पू कुमार ने कहा कम्पनी की दोहरी नीति से भू रैयतों को काफी परेशानी का सामान करना पड़ रहा है। एनटीपीसी कम्पनी चट्टीबारियातु कोल माइंस में आसानी से कोयला का खनन शुरू कर दिया और यहाँ के रैयतों को छलने का काम कर रहा है। कम्पनी जब तक विस्थापित हो रहे परिवारों को हर घर में बेरोजगारी भत्ता, जोरदाग गांव में जलावन की समस्या को देखते हुए सप्ताह में एक दिन कोयला की छूट, माइंस में बाहरी लोगो हटाकर स्थानीय लोगो को रोजगार और कम्पनी अपनी निजी सड़क से ट्रांसपोर्टिंग शुरू नही करती तब तक हम सभी डटे रहेगें। वंही दूसरी तरफ धरने पर बैठे भू रैयत संतोष महतो, हिरामन महतो, अनिल मुंडा, कमलेश मुंडा, सुरेंद्र साव, संजय मुंडा, राजेश मुंडा, कृष्णा गुप्ता, अकलेश पासवान, सोनीया देवी, अघनी देवी, जमनी देवी, समेत कई लोग ट्रांसपोर्टिंग सड़क पर अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं। ग्रामीण अपनी मांग पुरा नहीं होने तक सड़क से कोयला ढुलाई के काम को बंद रखने की बात कर रहें हैं। इस संदर्भ में कम्पनी के जीएम बीएम सिंह ने कहा कि रैयतों की मांग जायज है, कम्पनी इन सभी मांगो को जल्द पूरा करने का प्रयास करेगी।फिलहाल कोयला ढुलाई कार्य बंद होने के कारण नार्थ कर्णपुरा टंडवा पॉवर प्लांट को काफी दिक्कत हो रही है। बताते चले कि जब तक चट्टीबरियातु से कोयला नार्थ करनपुरा पॉवर प्लांट टंडवा नही पहुचेगी तब तक पॉवर प्लांट शुरू नही किया जा सकता है।
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