केरोसिन ब्लास्ट मामला : 75 पीडीएस के लगभग 20000 कार्डधारियों पर खतरा

Hazaribagh: गरीबों के चुल्हे केरोसिन से जलते हैं, लेकिन अब उसपर भी आफत है। क्योंकि केरोसिन से कहीं-कहीं विस्फोट हो रहा है। इससे शहर के हजारों घरों पर खतरा मंडरा रहा है। मामला केरोसिन तेल के मिलावट से जुड़ा है। दरअसल यहां पीडीएस के लगभग 20000 कार्डधारी हैं, जो केरोसिन तेल का उपयोग करते हैं. उस केरोसिन में कुछ मिलावट रहता है. इससे घरों में विस्फोट हो जाता है। अभी तक 4 घरों में विस्फोट की खबरें आ चुकी हैं।इसमें एक की मौत भी हो गई है और 8 गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं।इनका इलाज रिम्स और हजारीबाग के मेडिकल कॉलेज में हो रहा है। मिलावटी का यह खेल आमलोगों के लिए खतरा बन रहा है। केरोसिन बना विस्फोटक केरोसिन तेल का सैंपल जांच के लिए भेज दिया गया है। समस्या यह है केपीडीएस के माध्यम से वितरित हो रहे इस केरोसिन में कहां और कैसे मिलावट हुई है, इसका पता किसी को नहीं है। खबर ये है कि हजारीबाग के आर्मी ट्रेडर्स के पास केरोसिन का डिपो है। इसी डिपो से पीडीएस में टैंकर के माध्यम से केरोसिन की सप्लाई होती है। आर्मी ट्रेडर्स द्वारा केरोसिन का वितरण विस्फोट का मामला दो अलग-अलग डीलरों के द्वारा वितरित केरोसिन में आया है. इससे कयास लगाए जा रहे हैं की मिलावट ऊपर ही हुई है। इसके बाद पीडीएस के दुकानदारों तक आया है। चिंता की बात यह है कि जहां आर्मी ट्रेडर्स के द्वारा यह केरोसिन वितरित हुआ है वहां खतरा मंडरा रहा है. लगभग 75 से अधिक डीलरों को आर्मी ट्रेडर्स के माध्यम से केरोसिन की सप्लाई होती है। इस तरह से लगभग 20000 घरों में पीडीएस के माध्यम से उक्त केरोसिन को बांटा जाता है। जांच के लिए भेजा गया सैंपल केरोसिन को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं, जिसका जवाब जांच के बाद ही मिल पायेगा। तत्काल सभी कार्डधारियों तक इस केरोसिन का इस्तेमाल ना करने की जानकारी पहुंचाने पर ही इससे बचा जा सकता है। उपायुक्त ने जिले में केरोसीन के वितरण पर रोक लगा दी है और सैंपल को जांच के लिए भेज दिया गया है। ग्रामीणों में दहशत इस घटना के बाद पूरे इलाके में लोगों में दहशत है. वे डरे हुए हैं। आशंका है विस्फोट आसपास न हो जाय। लोग एक-दूसरे को केरोसिन के इस्तेमाल पर रोक लगाने की सलाह दे रहे हैं। ताकि लोगों की जान बच सके। क्योंकि खतरा अभी टला नहीं है।

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