… रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को प्रेस से बात करते हुए कहा कि कोटा से झारखंड के विद्यार्थियों को लाने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह प्रयासरत है। रोज विद्यार्थियों और अभिभावकों के फोन आ रहे हैं। कई अभिभावक उनसे मिलने भी आ रहे हैं। इसके लिए केंद्र सरकार से सहयोग की जरूरत है। इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात हुई है। सड़क मार्ग से बच्चों को लाना आसान नहीं है और न ही स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से सुरक्षित। उन्होंने कहा कि सड़क मार्ग से कम से कम चार से पांच दिन कोटा से यहां आने में लग जाएगा और कई राज्यों से गुजरना होगा। उन्होंने कहा कि भगवान न करे कहीं यूपी की तरह कोटा का कोई बच्चा कोरोना पाजिटिव निकला, तो अन्य बच्चों की सेहत पर इसका फर्क पड़ेगा। राज्य सरकार चिंतित है और कुछ लोग राज्य सरकार पर ही उंगली उठा रहे हैं कि बच्चों को वह लाना नहीं चाहती या प्रयास नहीं कर रही। हेमंत सोरेन ने ऐसे लोगों से दो टूक कहा कि अभी राजनीति करने का वक्त नहीं है। जिंदा रहेंगे, तो बाद में भी राजनीति कर लेंगे। अभी सभी दलों को सहयोग करने की जरूरत है। ……….. मुख्यमंत्री ने जनधन योजना के लाभुकों खासकर बुजुर्गों से आग्रह किया, सरकार से मिली राशि को निकालने के लिए बैंकों में घंटों मौजूद रहने से बचें ….. रांची। जनधन योजना के तहत खाते में डाली गई राशि लाभुकों की है, सरकार इसे वापस नहीं लेगी, इसलिए राशि निकालने के लिए जल्दबाजी करने की नहीं जरुरत, बाद में कभी भी इस योजना के तहत मिली राशि की हो सकती है निकासी. *लोग घर पर रहें, सुरक्षित रहें. कोरोना के खतरे से बचाव के लिए है बेहद जरुरी* *कोरोना महामारी से बचाव और इलाज को लेकर सरकार सतर्क, सभी जरुरी संसाधनों का हो रहा बेहतर इस्तेमाल* मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने राज्यवासियों से आग्रह किया है कि वे घर पर रहें, सुरक्षित रहें. नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) से बचाव का यह सबसे बेहतर तरीका है. उन्होंने कहा कि सभी लोग स्वस्थ रहें, सरकार लगातार प्रयास कर रही है. कोरोना महामारी से बचाव को लेकर सभी जरुरी संसाधनों का इस्तेमाल किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न माध्यमों से उन्हें जानकारी मिल रही है कि जनधन योजना के तहत खाते में सरकार द्वारा भेजी गई राशि को निकालने के लिए बुजुर्ग लाभुक घंटों तक बैंकों में मौजूद रहते हैं. इस योजना के लाभुकों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है कि अगर वे जल्द से जल्द अपने बैंक खाते से यह राशि नहीं निकालेंगे तो यह वापस हो जाएगी और इसके लाभ से वंचित रह जाएंगे. मुख्यमंत्री ने इस मामले को स्पष्ट करते हुए कहा कि जनधन य़ोजना की जो राशि लाभुकों के खाते में डाली गई है, उसे वे कभी भी निकाल सकते हैं. यह राशि सरकार वापस नहीं लेगी. यह राशि लाभुकों की है और वे ही इसका इस्तेमाल करेंगे, इसलिए इस राशि की निकासी को लेकर जल्दबाजी व हड़बड़ाने की कोई जरुरत नहीं है. अभी के हालात में वे अपने घर पर ही रहें, कोरोना के खतरे से बचाव के लिए यह बेहद जरुरी है। ….
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