ख़बर के अनुसार कानपुर के रहने वाले अनिल तालाबन्दी में गरीब भूखें लोगो को रोज खाना बांट रहे थें, भिखारियों को भी। खाना लेने वालों के बीच भिखारिन नीलम भी थी । नीलम के माता पिता नही हैं , अपने भाई भाभी के सहारे थी बाद में भाई भाभी ने उसे घर से निकाल दिया तो वह सड़को पर भीख मांग कर गुजरा कर रही थी।तालाबन्दी के बाद अन्य भिखारियों की तरह नीलम को खाने की बहुत दिक्कत हुई ,अनिल अपने ड्राइवर के साथ रोज अन्य भिखरियो के साथ नीलम को भी खाना पहुंचा रहे थे।खाना बाटने के दौरान में अनिल और नीलम का प्रेम हुआ , अनिल ने अपने घर वालों से नीलम के बारे में बताया और उससे विवाह करने की बात कही । घरवालों ने इस पर कोई आपत्ति नही जताई जबकि अनिल का परिवार सम्पन्न परिवार है। अतः दोनो का विवाह सम्पन्न हुआ । इनपुट-fb
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