सीपीआई सीपीएम के संयुक्त तत्वाधान में आज हजारीबाग समाहरणालय के सामने धरना स्थल पर शहीदे आजम भगत सिंह के 113 वां जयंती मनाया गया । आज जब पूरा देश भगत सिंह का जयंती मना रहा है ठीक इसी सप्ताह संसद के दोनों सदनों में अंग्रेजों का ट्रेड डिस्प्यूट बिल से खतरनाक लेबर बिल पास किया गया है । 8 अप्रैल 1929 को भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने अंग्रेजों के सेंट्रल असेंबली में ” ट्रेड डिस्प्यूट बिल ” और ” पब्लिक सेफ्टी बिल ” के खिलाफ खाली स्थान पर बम फेंक कर विरोध दर्ज करवाया था । उस समय अंग्रेजों का राज था । उक्त बातें सीपीआई नेता गणेश कुमार सीटू ने कही। आगे उन्होंने कहा की भारत के मजदूरों ने संघर्ष करके अपने कल्याण के लिए कई कानून बनवाए ।मोदी सरकार ने लगातार उन कानूनों पर हमला करके दर्जनों कानून को समाप्त कर देश के मजदूरों को कंपनी राज में धकेल दिया है । जिसके कारण देश के ना सिर्फ संगठित मजदूर बल्कि कि असंगठित मजदूर भी आंदोलन रत है । अभी एक दिन पहले तीनों किसान बिल पर महामहिम राष्ट्रपति महोदय ने हस्ताक्षर कर देश में 3 नए किसान कानून को स्वरुप दिया है । जिसके खिलाफ 24 सितंबर से ही पूरे देश के किसान आंदोलनरत हैं और देश के कई किसान संगठनों ने 25 तारीख को भारत बंद का किया था इस । ऐसे विकट समय में शहीदे आजम भगत सिंह के विचार आज उनके समय से कहीं ज्यादा प्रासंगिक हो जाता है ।जयंती के अवसर पर सीपीएम के जिला सचिव गणेश कुमार सीटू, सीपीआई के सहायक जिला सचिव महेंद्र राम, स्वदेशी पासवान, विजय मिश्रा ,तेज नारायण राम, सतीश सिन्हा ,अजीत कुमार मेहता, लक्ष्मी नारायण सिंह ,अजय कुमार, विपिन कुमार सिन्हा, विजय कुमार मेहता, एनुल हक अंसारी, अशोक कुमार मेहता ,हरि कुमार ,सुनील कुमार, राज किशोर सहित कई लोग उपस्थित थे।
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