गिरिडीह: बगोदर,डुमरी बिष्णुगढ व गोमियां प्रखंड के आस पास क्षेत्रो की एक के बाद एक लगातार हो रही प्रवासी मजदूरों की मौत का शिलशिला नहीं थम रहा हैं।मुंबई कमाने गए गिरिडीह जिले के बगोदर थाना क्षेत्र के बालक गांव निवासी श्यामलाल साव के 40 वंर्षीय पुत्र करमचंद साव की मुम्बई के बोरीवली ईस्ट में शनिवार शाम को हृदयगति रूकने से मौत हो गई।मौत की खबर लगते ही परिजनों में कोहराम मच गया।मृतक करमचंद साव अपने पीछे पत्नी खुशबू देवी ,पुत्र अमन कुमार(10),पुत्री अर्चन कुमारी(08) व आरती कुमारी(04) अपने पीछे छोड़ गया।परिजनो का रो रोकर बुरा हाल है।विपत्ति के घड़ी में बेबस पत्नी खुशबू देवी ने अपने पति का शव लाने के लिए मदद की गुहार लगाई हैं।वहीं इस घटना को लेकर प्रवासी मजदूरों के हितार्थ में कार्य करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली ने कहा कि झारखंड के नौजवानों की मौत के मुंह में समा जाने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई लोगों की मौत हो चुकी है। सरकार मजदूर हित में कुछ पहल नहीं कर पा रही है और मजदूरों का पलायन तेजी से हो रहा है मुंबई से पैतृक गांव शव लाने के लिए हरसंभव मदद करने का प्रयास किया जा रहा है।
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