कहा किसानों को मंडियों की बेड़ियों से आजाद करना चाहती है केंद्र की मोदी सरकार *हेमंत सरकार किसानों की अनदेखी करना बंद करें अन्यथा भाजपा किसान मोर्चा के कार्यकर्ता ईंट से ईंट बजा देंगे- पवन साहू* —— भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष पवन साहू शुक्रवार को हजारीबाग पहुंचे जहां हजारीबाग परिसदन सभागार में उन्होंने एक प्रेस- वार्ता को संबोधित किया। प्रेस- वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा लाया गया कृषि कानून किसानों की उन्नति, उन्नयन और उनकी आय दोगुनी करने का एक बेहतर प्रयास है और इस कानून से किसान खुश हैं। किसान हित के इस कृषि बिल के लिए भाजपा झारखंड प्रदेश किसान मोर्चा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वर्तमान कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के प्रति आभार जताने और धन्यवाद ज्ञापित करने के लिए एवं इस बिल की महत्ता से जन-जन को रूबरू कराने हेतु किसानों के बीच जाकर किसान पंचायत, गांव- कस्बों में किसान चौपाल लगाकर और पत्र- लिखकर एवं जगह-जगह प्रेस- वार्ता का आयोजन कर निरंतर कार्यक्रम कर रही है। इसी कड़ी के तहत हजारीबाग में भी किसानों के बीच हम आएं हैं और विरोधी दलों द्वारा किसान बिल को लेकर फैलाए जा रहे अफवाहों की पोल खोलेंगे और बिल के हित के बाबत जागरूक करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार किसानों की बेहतरी के लिए काम कर रही है और देश के अन्नदाताओं की स्थिति सुधारना चाहती है। कृषि कानून के तहत सरकार किसानों को मंडी की बेड़ियों से आजाद करना चाहती है, जिससे वे अपनी उपज देश में कहीं भी, किसी को भी, अपनी कीमत पर बेच सकें। इस कानून में यह प्रावधान सुनिश्चित किया गया है कि उपज बेचने के बाद किसान को उसकी कीमत तीन दिन के अंदर मिलना सुनिश्चित होगा। इस बिल से किसानों की जमीन पर कोई संकट नहीं आएगा, किसान अपनी उपज कहीं भी किसी भी मंडी में बेचने को स्वतंत्र होंगे । भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पवन साहू ने कहा कि इस कृषि कानून को लेकर जो इसका विरोध कर रहे हैं और लोगों को बरगला रहे हैं वो किसान नहीं बल्कि बिचौलिए हैं। राज्य की वर्तमान गठबंधन की सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि यह सरकार किसानों की अनदेखी कर रही है और किसानों के साथ दोहरा चरित्र अपना रही है। एक तरफ राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके सहयोगी दल कांग्रेस के मंत्री नए कृषि कानूनों के खिलाफ ट्रैक्टर रैली कर रहे है तो दूसरी तरफ राज्य का किसान एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए क्रय केंद्रों पर भटकने को मजबूत हो रही है। राज्य के तमाम क्रय केंद्र बंद पड़े हैं और किसान हताश, निराश और परेशान हैं। धान क्रय में 100% की बात करने वाली सरकार महज 8% ही क्रय कर पायी है। राज्य में 15 नवंबर से धान खरीद शुरू होनी थी। सरकार ने इसे बढ़-चढ़कर प्रचारित किया था। केंद्र सरकार ने धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य ₹1868 प्रति क्विंटल घोषित किया है। झारखंड की सरकार ने इस पर ₹182 बोनस का प्रावधान किया है। इस तरह राज्य में ₹2050 प्रति क्विंटल धान की खरीदारी होनी है। लेकिन एमएसपी बढ़ाकर देने की बात सिर्फ बात ही बनकर रह गई। कोरोना कारणों से बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों से लौटे मजदूरों के कारण इस बार धान की खेती का रकबा काफी बढ़ा है और मानसून की मेहरबानी से फसल भी बंपर हुई है लेकिन अब जब किसान की आमदनी का समय आया तो सरकार खून के आंसू रो रही है। उन्होंने कहा कि विगत 27 दिसंबर को झारखंड सरकार के एक साल पूरे हुए। चुनाव के वक्त राहुल गांधी ने यहां कई रैलियों में कहा था यदि गठबंधन की सरकार बनी तो पहली कैबिनेट में ही किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा लेकिन क्या हुआ? इस बीच कैबिनेट की कई बैठक में हुई लेकिन किसानों से किया गया यह वादा आज तक पूरा नहीं हो सका है। गठबंधन की सरकार ने तमाम गुणा भाग करके यह जरूर तय किया है कि किसानों पर बकाया करीब 08 हजार करोड रुपए में से सिर्फ 02 हजार करोड़ रुपए ही माफ किए जाएंगे। लेकिन माफ किए गए इस राशि पर भी किंतु परंतु करके किसानों को दिग्भ्रमित किया जा रहा है।यदि किसानों का पूरा ऋण माफ नहीं करना था तो चुनाव में उन्हें झूठे सब्जबाग क्यों दिखाया गया। इस सरकार ने पूर्व की भाजपा सरकार की किसान हित में संचालित मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना को बंद करके किसानों के साथ बड़ा अन्याय किया है। पवन साहू ने स्पष्ट कहा कि हेमंत सरकार किसानों की अनदेखी करना बंद करें अन्यथा भाजपा किसान मोर्चा के कार्यकर्ता सरकार का ईंट से ईंट बजा देंगे । प्रेस- वार्ता के दौरान विशेषरूप से भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता राजेश सिंह, प्रदेश मंत्री मनमीत अकेला, प्रदेश संयोजक जैविक प्रकोष्ठ अनूप भाई वर्मा, प्रदेश संयोजक सहकारिता प्रकोष्ठ विनोद साहू, प्रमंडलीय प्रभारी राकेश कुमार, प्रमंडलीय सह प्रभारी राजेश मेहता, किसान मोर्चा के हजारीबाग जिला अध्यक्ष आशीष मेहता, सदर विधायक मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी, भैया नितेश, राजेश चंद्रवंशी, मोतीलाल चौधरी, अर्जुन साव सहित अन्य लोग मौजूद रहे ।
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