मार्खम कालेज के प्राचार्य ने बताए वोकेशनल कोर्स के महत्व

*बेहतरीन करियर के लिए वोकेशनल कोर्स लाभप्रद : डॉ बिमल कुमार मिश्र* *मार्खम कॉलेज में मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी, जर्नलिज्म, कंप्यूटर एप्लिकेशन समेत कई वोकेशनल कोर्स की सुविधा* ……. अमरनाथ पाठक …… हजारीबाग। वर्तमान समय में वोकेशनल कोर्स विद्यार्थियों के लिए एक अच्‍छा विकल्‍प है। इस बात में कोई संदेह नहीं कि अगर विद्यार्थी समर्पण के साथ कोर्स पूरा करता है तो उसको जॉब के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। वोकेशनल कोर्स में स्टूडेंट्स को किसी खास फील्ड के ट्रेड्स के बारे में बताया जाता है। युवाओं को इस क्षेत्र में पूरी तरह दक्ष बनाया जाता है। जो विद्यार्थी अपने रूचि के अनुसार वोकेशनल कोर्स की डिग्री हासिल करते हैं वह आगे अपने करियर में इसके आधार पर एक सही मार्गदर्शन आसानी से प्राप्त कर लेते हैं। वोकेशनल कोर्सेज करने के दौरान विद्यार्थियों को प्रोफेशनल एथिक्स तथा स्किल्स की भी शिक्षा प्रदान की जाती है, जो उनके करियर ग्रोथ के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। किसी भी इंडस्ट्री में आज के समय कुशल कर्मचारीयों की अधिक मांग होती है जो कंपनी के काम को अच्छी तरह समझ कर उसमे लम्बे समय तक अपना योगदान दे सकें। यहां पर वोकेशनल कोर्स के स्किल्स उनके लिए काफी मददगार साबित होते हैं। ऐसे में बेहतरीन करियर के लिए वोकेशनल कोर्स करना फायदेमंद है। यह जानकारी देते हुए स्थानीय मार्खम कॉलेज आफ कालेज के प्राचार्य डॉ बिमल कुमार मिश्र कहते हैं कि ऐसे ही कुछ महत्वपूर्ण वोकेशनल कोर्सेज पिछले कुछ वर्षों से मार्खम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में संचालित हो रहे हैं। कॉलेज में बीजेएमसी( बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन),बीएमएलटी(बैचलर इन मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी), बीसीए(बैचलर इन कंप्यूटर एप्लिकेशन), बिलिब्स(बैचलर इन लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस), बीटीएलपी(बैचलर इन टैक्सेशन लॉज एंड प्रैक्टिसेज) कोर्सेज चल रहे हैं। *बीजेएमसी* : कॉलेज में बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन कोर्स 2009 से चल रहा है। पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद किसी अखबार, टीवी, रेडियो, मैगजीन, वेबसाइट आदि के लिए काम कर सकते हैं साथ ही एडवरटाइजिंग एंड पब्लिक रिलेशन के क्षेत्र में भी करियर बना सकते हैं। इंटरनेट का प्रभाव बढ़ने से डिजिटल मीडिया में नए पत्रकारों के लिए काफी मौके हैं। मीडिया में अलग-अलग फिल्ड में काम करने का मौका मिलता है जैसे स्पोर्ट्स, क्राइम, एंटरटेनमेंट, फैशन, ब्यूटी, लाइफ स्टाइल, बिजनेस आदि। आप इनमें से किसी एक क्षेत्र में दक्षता हासिल कर सकते हैं। इस कोर्स को करने के बाद कॉलेज के कई विद्यार्थी देश की प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में अपनी सेवाएं दे रहे है। इसमें 45 प्रतिशत अंक के साथ किसी भी स्ट्रीम में इंटरमीडिएट या 10+2 पास विद्यार्थी नामांकन ले सकते हैं। *बीएमएलटी* : कॉलेज में बीएमएलटी(बैचलर इन मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी 2019 से चल रहा है। इसमें वे विद्यार्थी जो 45 प्रतिशत अंकों के साथ साइंस स्ट्रीम से 12वीं पास किए हैं, इस कोर्स को कर सकते हैं। इस कोर्स की अवधि तीन वर्ष की है | इस कोर्स को करने के बाद विद्यार्थी किसी भी मेडिकल लैब, हॉस्पिटल, पैथोलॉजिस्ट के साथ काम कर सकते है। ब्लड बैंक में इनकी खासी मांग रहती है। इसमें बतौर रिसर्चर एवं कंसल्टेंट के अलावा खुद की लैब भी खोल सकते हैं। इस क्षेत्र में अच्छी जानकारी रखने वाले अपना लैब, फिजिशियन ऑफिस, ब्ल्ड बैंक, मेडिकल इक्विपमेंट सेल्स कंपनी, पब्लिक हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन खोल सकते हैं। *बीसीए* : कॉलेज में बीसीए बैचलर इन कंप्यूटर एप्लिकेशन कोर्स 2019 से चल रहा है। यह कंप्यूटर एप्लिकेशन का अंडरग्रेजुएट कोर्स है। यह कोर्स उन स्टूडेंट्स के लिए काफी अच्छा है, जो आईटी सेक्टर या कंप्यूटर साइंस में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं। मैथमेटिक्स के साथ 45 प्रतिशत अंकों से इंटरमीडिएट या 10+2 पास विद्यार्थी इसमें नामांकन ले सकते हैं। *बिलिब्स* : कॉलेज में बिलिब्स कोर्स (बैचलर इन लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस)2019 से चल रहा है। किसी भी स्ट्रीम से बैचलर डिग्री करने वाले छात्र बैचलर ऑफ लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं।इस कोर्स को करने के बाद सरकारी और प्राइवेट दोनो सेक्टर में जॉब के अवसर मिलते हैं। जिस तरह से दिन- प्रतिदिन यूनिवर्सिटी और कॉलेज की संख्या बढ़ रहा है, ठीक उसी प्रकार इस सेक्टर में जॉब के अवसर भी बढ़ रहे हैं। विद्यार्थी इस कोर्स को करने के बाद किसी भी स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, प्राइवेट संस्थान, प्राइवेट लाइब्रेरी, आदि में लाइब्रेरियन के तौर पर काम कर सकते हैं। *बीटीएलपी*: कॉलेज में बैचलर इन टैक्सेशन लॉज एंड प्रैक्टिसेज कोर्स भी कई वर्षों से चल रहा है।इसमें 45 प्रतिशत अंकों के साथ इंटरमीडिएट या 10+2 पास साइंस और कॉमर्स के विद्यार्थी नामांकन ले सकते हैं। कोर्स करने के बाद टैक्स अकाउंटेंट, टैक्स एनालिस्ट, टैक्स कंसलटेंट, कॉरपोरेट टैक्स एडवाइजर , रेवेन्यू मैनेजर आदि के रूप में काम करने के अवसर मिलता है। यह अवसर कई सरकारी और गैर-सरकारी कंपनियों में मिल सकता है। आप टैक्स से संबंधित काम खुद भी कर सकते हैं। विद्यार्थियों की मांग और करियर के अवसर को देखते हुए और भी कई वोकेशनल कोर्स शुरू करने की योजना है।

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