संकट में 700 गोवंशीय पशु, दयनीय हालत में देश की सर्वाधिक पुरानी गोशाला

कलकत्ता पिंजरापोल सोसाइटी के कार्यकारी अध्यक्ष ने सांसद जयंत सिन्हा को लिखा पत्र …सांसद निधि से मांगी न्यूनतम 10 लाख की राशि …. हजारीबाग। कलकत्ता पिंजरापोल सोसाइटी से संचालित हजारीबाग के जुलजुल स्थित देश की सर्वाधिक प्राचीन गोशाला की हालत दयनीय है और यहां करीब 700 गोवंशीय पशुओं की जान पर खतरा मंडरा रहा है। दरअसल लाकडाउन में पशुओं को पर्याप्त चारा उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। पशु आहार के भाव भी दिनोंदिन आसमान छूते जा रहे हैं। यह कहना है कलकत्ता पिंजरापोल सोसाइटी के कार्यकारी अध्यक्ष सुमेर सेठी का। वह कहते हैं कि पिछले दो साल से सरकार जिन पशुओं को गोशाला के लिए दे रही है, उनके आहार के 40 से 45 लाख बकाया है, जो सरकार हर छह माह में देती है। अब लाकडाउन में चारा, भूसा, चोकर, आहार दाना आदि पशु आहार की खरीदारी के पैसे सोसाइटी के पास नहीं हैं। अबतक इन गोवंशीय पशुओं के लिए जीवदया प्रेमियों के दान से पशुओं को थोड़ा-बहुत चारा मिल रहा था, वह भी बंद है। ऐसे संकटकाल से गुजरते गोवंशीय पशुओं के जीवन से अवगत कराते हुए सुमेर सेठी ने सांसद जयंत सिन्हा को पत्र लिखा है। उसमें गोवंशीय पशुओं की जिंदगी बचाने के लिए उन्होंने सांसद से न्यूनतम उनके मद से 10 लाख रुपए की सहयोग राशि मांगी है।

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