स्वास्थ्य मंत्री ने किया श्रीनिवास अस्पताल में आरटी-पीसीआर लैब का उद्धघाटन

हज़ारीबाग हज़ारीबाग़ के लिए मील का पत्थर साबित होगा यह लैब जनता के हितो की रक्षा के लिए कृतसंकल्पित,सिमित संसाधनों में कर रहे है बेहतर कार्य का प्रयास:बन्ना गुप्ता हजारीबाग कॉलेज आफ डेंटल साइंसेज एंड हॉस्पिटल, डेमोटांड़ केंपस स्थित श्रीनिवास सेंटर फॉर साइंटिफिक रिसर्च एंड डेवलपमेंट मॉलिक्यूलर आरटी-पीसीआर लैब का उद्घाटन गुरुवार को झारखंड सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री बन्ना गुप्ता के द्वारा किया गया। इस दौरान उन्होंने बताया कि श्रीनिवास सेंटर फॉर साइंटिफिक रिसर्च एंड डेवलपमेंट में अब कोविड-19 की गोल्ड स्टैंडर्ड विधि यानी आरटी-पीसीआर की जांच की जाएगी। श्रीनिवास हॉस्पिटल मॉलिक्यूलर टेस्टिंग के लिए एनएबीएल,आईसीएमआर के साथ साथ झारखंड सरकार से भी मान्यता प्राप्त है। मौके पर अस्पताल प्रबंधन द्वारा बताया गया की इस लैब में कोविड जाँच के लिए मरीजों का सैंपल घर से भी कलेक्ट किया जा सकता है तथा यह संस्थान होम क्वारंटाइन हुए कोविड-19 संक्रमितों को कई तरह की सुविधाएं भी मुहैया कराएगी जिसमें डॉक्टर से परामर्श,नर्सिंग,दवाइयां,सैनिटाइजेशन जैसी सुविधा है। इसके लिए कई तरह के पैकेज रखे गए हैं जिसमें मरीज अपने बजट के अनुसार अपना पैकेज चुन सकते हैं। साथ ही श्रीनिवास ब्लड बैंक में प्लाज्मा एफ्रेसिस भी शुरू हो गया है जिसके तहत कोई व्यक्ति अगर कोविड-19 संक्रमण से ठीक हो गए हो और 14 से 28 दिन का स्वस्थ लाभ लें चुकें हैं तो वो अपना प्लाज्मा दान करके किसी अन्य संक्रमित जिंदगी बचा सकते हैं। इस अवसर पर विभागीय मंत्री श्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि इस तरह के उच्चस्तरीय लैब से हजारीबाग के साथ-साथ पूरे झारखंड के लोगों को सहूलियत मिलेगी साथ ही यह हजारीबाग के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इस कार्यक्रम के उपरांत वें हज़ारीबाग़ परिसदन में मीडिया से मुखातिब हुए उन्होंने कोरोना की वर्तमान स्थिति पर चर्चा की और कहा की यहाँ की संक्रमितों का रिकवरी रेट 78 प्रतिशत जो संतोषजनक है इसे और मजबूती से दर को आगे बढ़ाना प्राथमिकता है। मौके पर उन्होंने कहा की एक भी व्यक्ति की मृत्यु दुःखद है और यह देखा गया है की कोरोना से हुई मौत में संक्रमितों पर या तो पुराना जटिल चिकित्सीय इतिहास रहा है या वे उम्र के ऐसे पड़ाव में थे जहाँ रोग प्रतिरोधक क्षमता क्षीण हो जाती है। उन्होंने कहा की कोरोना से घबराने की जरुरत नहीं अपितु कुछ सावधानियों से इस पर अंकुश लगाया जा सकता है। उन्होने कहा की झारखण्ड में कोरोना का संकट है फिर भी हम सिमित संसाधनों के साथ बेहतर करने के लिए कृतसंकल्पित है। उन्होने मीडिया से जुड़ते हुए कहा की हज़ारीबाग़ में अस्पतालों को समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए जिले के उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद से वार्ता हुई है। उन्होंने जाँच का दायरा बढ़ाने की बात पर बल दिया साथ ही कोरोना के नाम पर निजी अस्पतालो के द्वारा किये जा रहे दोहन की बात पर चर्चा की तथा इसके रोकथाम के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा निर्गत टैरिफ चार्ट का जिक्र किया। सभी लोग इससे लाभान्वित हो सके इसके लिए जाँच की दर 1500/- रु निर्धारित की बात बताई। साथ ही श्रीनिवास अस्पताल की तर्ज पर और निजी अस्पतालों को आगे आने की बात कही। डॉक्टरों व नर्सो की कमी की बात पर उन्होंने कहा की जल्द ही ये रिक्त पद भरे जायेंगे| मौके पर बरही विधायक उमा शंकर अकेला मौजूद थे

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