हज़ारीबाग के पगमिल मोहल्ला (नसीम कॉलोनी ) के सैय्यद ज़फ़र इस्लाम, जो BJP के इतिहास में पांचवें मुस्लिम सांसद हो सकते हैं। सय्यद ज़फर इस्लाम ने हज़ारीबाग हाई स्कूल से अपनी स्कूलिंग पूरी की उसके बाद अलीगढ और IIM से उच्च शिक्षा प्राप्त किया और अभी भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। भारतीय जनता पार्टी ने अपने राष्ट्रीय प्रवक्ता सैय्यद ज़फ़र इस्लाम को राज्यसभा उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार चुना है. अगर ज़फ़र इस्लाम चुने गए तो वो बीजेपी के इतिहास में पांचवें मुस्लिम सांसद होंगे. भारतीय जनता पार्टी ने अपने राष्ट्रीय प्रवक्ता सैय्यद ज़फ़र इस्लाम (Syed Jafar Islam) को राज्यसभा उपचुनाव (Rajyasabha Bypolls) के लिए अपना उम्मीदवार चुना है. दरअसल, वरिष्ठ नेता अमर सिंह के निधन के बाद से राज्यसभा में सीट खाली हुई है, जिसके बाद उत्तर प्रदेश की राज्यसभा सीट पर उपचुनाव कराए जा रहे हैं. अगर ज़फ़र इस्लाम चुने गए तो वो बीजेपी के इतिहास में पांचवें मुस्लिम सांसद होंगे. दिलचस्प है कि ज़फ़र इस्लाम बीजेपी से पिछले सात सालों से जुड़े हुए हैं और अब उन्हें राज्यसभा भेजा जा रहा है. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैय्यद ज़फ़र इस्लाम उत्तर प्रदेश से राज्यसभा उपचुनाव के लिए बीजेपी के उम्मीदवार बनाए गए हैं. अमर सिंह के निधन से खाली हुई सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है, जिसमें पार्टी ने उन्हें अपना कैंडिडेट चुना है. ज़फ़र इस्लाम की उम्मीदवारी इसलिए भी खास है क्योंकि अब तक बीजेपी के इतिहास में चार ही मुस्लिम सांसद हुए हैं- मुख्तार अब्बास नक़वी, शहनवाज़ हुसैन, सिकंदर बख्त (राज्यसभा) और आरिफ बेग. सैय्यद ज़फ़र इस्लाम पांचवे मुस्लिम सांसद होंगे. मौजूदा हालात में मुख्तार अब्बास नकवी के बाद बीजेपी के दूसरे मुस्लिम सांसद होंगे सैय्यद ज़फ़र इस्लाम. बीजेपी के टिकट पर तीन ही मुस्लिम सांसद लोक सभा चुनाव जीते हैं- मुख्तार अब्बास नकवी, शहनवाज़ हुसैन और आरिफ़ बेग. ज़फ़र इस्लाम का नाम इस बार इसलिए भी खास है क्योंकि मध्य प्रदेश कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय कांग्रेस के पूर्व युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी में लाने में उन्होंने बड़ी भूमिका अदा की थी. सिंधिया ने अपने कुछ समर्थक विधायकों के साथ बीजेपी का हाथ थाम लिया था, जिसके बाद राज्य में कमलनाथ की सरकार गिर गई थी और बीजेपी की शिवराज सिंह चौहान की सत्ता एक बार फिर वापस आ गई थी. पार्टी संगठन में पिछले 7 साल से काम कर रहे हैं. उससे पहले वे 2014 लोकसभा चुनावों के दौरान नरेंद्र मोदी की रणनीतिक टीम में थे. वैसे ज़फ़र इस्लाम प्रोफेशनल इंवेस्टमेंट बैंकर रहे हैं. उनकी आर्थिक मामलों पर पकड़ मानी जाती है. राजनीति में आने से पहले वे डॉइच बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर भी थे. फिलहाल वो एयर इंडिया के बोर्ड में स्वतंत्र निदेशक भी हैं.
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