1000 प्रवासियों की स्क्रीनिंग पर गृह प्रखंडों को कोरन्टीन हेतु भेजा गया

संत कोलंबस मैदान में प्रवासियों की स्क्रीनिंग सह निबंधन शिविर में सोमवार को सूरत,मुंबई,मंगलुरु,मुज्जफरपुर तथा ओडिसा आदि प्रदेशों से सरकारी व्यवस्था के तहत राज्य सरकार की प्रवासियों की गृह वापसी अभियान के तहत हजारीबाग पहुंचे लगभग 1000प्रवासी श्रमिकों सहित लॉक डाउन में राज्य के बाहर फंसे व्यक्तियों का निबंधन, स्वास्थ्य जांच आदि प्रक्रिया पूर्ण करते हुए प्रवासियों को अपने-अपने गृह प्रखंडों, गांवो को भेज दिया गया। प्रशासन हजारीबाग पहुंचे प्रवासियों के घर वापसी के पूर्व संत कोलम्बस मैदान में बनाए गए प्रखंडवार स्टॉल में प्रत्येक व्यक्ति का निबंधन कर व्यक्तिगत आंकड़ा संग्रहित करा रहा है। वहीं चिकित्सकों की टीम के द्वारा प्रत्येक व्यक्ति का थर्मल स्कैनिंग कर शरीर का तापमान सहित मरीजों में स्वस्थ संबंधी परेशानियों की जांच कर तत्काल आवश्यकता अनुसार संदिग्ध का स्वैब सैंपल संग्रहित कराने की व्यवस्था की गई है। घर भेजने से पूर्व सभी प्रवासियों के हाथ में होम फॉर रेंट इन का स्टंपिंग कराई जा रही है। प्रवासियों के लिए शिविर में मुख्यमंत्री दाल भात का स्टॉल लगाया गया है। साथ ही गरीब प्रवासियों के लिए आपूर्ति विभाग सुखा राशन योजना के तहत चावल दाल सोयाबीन बरी आदि का पॉकेट वितरण किया जा रहा है। 1 मई से राज्य सरकार द्वारा प्रवासियों की घर वापसी प्रक्रिया के द्वारा प्रवासी सरकारी व्यवस्था के तहत बसों ट्रेनों के माध्यम से अपने-अपने गृह प्रखंडों व घरों को पहुंच चुके हैं। जिसके अंतर्गत कटकमसांडी से 107,पदमा से 36,बरकट्ठा से 68,बरही से 158,टाटीझरिया से 27,चौपारण से 52,सदर 22,दाड़ी से 21, कटकमदाग से 120,विष्णुगढ़ से 132,इचाक 70,केरेदाड़ी से 47,दारू से 11,बड़कागांव से 44,चलकुशा 64प्रवासी है | जिन्हें जिला स्तरीय निबंधन कैंप में निबंधन व स्वस्थ जांच आदि प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारियों के द्वारा प्रवासियों को कोरेंटिन प्रावधानों व निर्देशों के आलोक में रेड जोन से आने वाले प्रवासियों अथवा जिनके पास घरों में पर्याप्त सुविधा नहीं रहने के कारण सामाजिक दूरी का अनुपालन करना संभव नहीं है उन्हें पंचायतों अथवा चिन्हित कोरन्टीन सेंटरों में रुकने की व्यवस्था की गई है। जबकि ग्रीन व ऑरेंज ज़ोन से आने वाले प्रवासियों को होम कोरन्टीन हेतु भेजा जा रहा है।

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