जमशेदपुर (झारखंड): घाटशिला अनुमंडल के एदल जुड़ी पंचायत के छोला घोड़ा गांव में एक बड़ा घोटाला सामने आया है। जहां 172 मुस्लिम महिलाओं ने झारखंड सरकार की मईया योजना का लाभ उठाया है, जबकि गांव में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं रहता। जांच में पता चला कि ये सभी महिलाएं बिहार और पश्चिम बंगाल से हैं तथा छोला घोड़ा गांव में इनका कोई अस्तित्व नहीं है।
धोखाधड़ी का पर्दाफाश
मईया योजना के तहत लाभार्थियों के सत्यापन के दौरान यह धोखाधड़ी पकड़ी गई। अधिकारियों ने पाया कि 172 महिलाओं के नाम पर आवेदन किया गया था, जिनका पता छोला घोड़ा गांव दिखाया गया था, लेकिन वास्तव में वे इस गांव की निवासी नहीं हैं।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
इस घोटाले की जानकारी मिलते ही गालूडीह थाने में धारा 420 (छल-कपट) और अन्य प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस जांच कर रही है कि किन लोगों ने इन नकली दस्तावेजों के जरिए सरकारी योजना का गलत फायदा उठाया।
