देव संस्कृति विद्यालय, चन्द्री का वार्षिक उत्सव धूमधाम से संपन्न
चक्रधरपुर – चक्रधरपुर प्रखंड के देव संस्कृति विद्यालय, चन्द्री में रविवार को वार्षिक उत्सव का आयोजन बड़े धूमधाम के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. विजय सिंह गागराई, रांची विमेंस कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर और पीपुल्स वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव सह समाजसेवी, थे।
कार्यक्रम की शुरुआत
समारोह का शुभारंभ मां सरस्वती की तस्वीर पर दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं।
- भक्ति गीतों से लेकर देशभक्ति से ओतप्रोत प्रस्तुतियों, जैसे “मेरी आन तिरंगा है,” “बंदे मातरम,” और “हिंद देश का प्यारा झंडा ऊंचा सदा रहेगा” पर छात्रों ने शानदार कार्यक्रम पेश किया।
इन प्रस्तुतियों ने दर्शकों से खूब तालियां बटोरीं।
मुख्य अतिथि का संबोधन
डॉ. विजय सिंह गागराई ने विद्यालय की प्रशंसा करते हुए कहा:
“यह विद्यालय पश्चिमी सिंहभूम जिले में अपनी एक अलग पहचान रखता है। यहां शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी सिखाए जाते हैं, जो समाज और देश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।”
उन्होंने समाज में बुजुर्गों और माता-पिता के प्रति सम्मान की कमी पर चिंता जताई और कहा कि बच्चों को संस्कार और अनुशासन सिखाने वाला यह विद्यालय आने वाले समय के लिए प्रेरणादायक कार्य कर रहा है।
“यह परंपरा बनी रहनी चाहिए ताकि हमारा समाज विश्व में अपनी अलग पहचान बनाए रखे।”
डॉ. गागराई ने आश्वासन दिया कि वे गरीब और जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा में हर संभव सहायता करेंगे।
अतिथियों का स्वागत और उपस्थिति
कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत भारतीय संस्कृति के अनुरूप किया गया।
इस अवसर पर अनुज चक्रवर्ती, समीर सिंह, सुशांत कुमार, सरोज महतो, सत्यवती दीदी, शशीलता जायसवाल, संतोष कुमार, और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं, अभिभावक, और ग्रामीण भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
निष्कर्ष
देव संस्कृति विद्यालय चन्द्री ने अपने वार्षिक उत्सव के माध्यम से शिक्षा के साथ संस्कार को प्राथमिकता देने की अपनी परंपरा को और सशक्त बनाया। कार्यक्रम ने न केवल बच्चों को मंच प्रदान किया, बल्कि अभिभावकों और समाज को एकजुटता और संस्कृति की महत्ता का संदेश भी दिया।