गुमला : उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने गुमला जिले के RSETI प्रशिक्षण केंद्र, बालिका गृह और नारी निकेतन का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने इन संस्थानों में चल रही गतिविधियों का निरीक्षण किया और वहां रह रहे लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं और आवश्यकताओं के बारे में जानकारी ली।
RSETI प्रशिक्षण केंद्र का निरीक्षण
उपायुक्त ने सबसे पहले RSETI प्रशिक्षण केंद्र का दौरा किया, जहां वे मोबाइल रिपेयरिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम का निरीक्षण करने पहुंचे। यहां प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे अभ्यार्थियों से बातचीत करते हुए उन्होंने युवाओं को प्रेरित किया कि वे प्रशिक्षण समाप्त करने के बाद स्वरोजगार को अपनाएं। उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति अपना व्यवसाय शुरू करना चाहता है, तो जिला प्रशासन की ओर से उसे हरसंभव सहायता और मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा। उपायुक्त ने यह भी सुनिश्चित किया कि युवाओं को प्रशिक्षण के दौरान सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएं, ताकि वे अच्छे से अपने कौशल का विकास कर सकें।
इसके बाद, उपायुक्त ने बालिका गृह का दौरा किया और वहां की व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। उन्होंने वहां रह रही बालिकाओं से संवाद स्थापित किया और उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य, और भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी ली। उपायुक्त ने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को निर्देशित किया कि बालिकाओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जाएं, और उनकी शिक्षा एवं समग्र विकास में कोई कमी न हो। उन्होंने यह भी कहा कि बालिका गृह से बाहर जाने के बाद भी प्रशासन को इन बालिकाओं पर ध्यान बनाए रखना चाहिए, ताकि वे किसी प्रकार की समस्या का सामना न करें।

नारी निकेतन में व्यवस्थाओं की समीक्षा
उपायुक्त ने नारी निकेतन का भी निरीक्षण किया, जहां रह रही महिलाओं से उन्होंने गोपनीय तरीके से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने महिलाओं को स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता के बारे में प्रेरित किया। उपायुक्त ने कहा कि महिलाओं को RSETI के माध्यम से विभिन्न कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जोड़ा जाए, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपने पैरों पर खड़ी हो सकें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि नारी निकेतन में रह रही महिलाओं को बेहतर सुविधाएं और आवश्यक समर्थन प्रदान किया जाए।
उपायुक्त के साथ इस निरीक्षण में उप विकास आयुक्त गुमला, DCLR गुमला, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे। इन अधिकारियों ने उपायुक्त द्वारा दिए गए निर्देशों पर अमल करने का आश्वासन दिया और कहा कि आगामी समय में इन संस्थाओं में सुधार लाने के लिए कदम उठाए जाएंगे। उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी का यह दौरा गुमला जिले के लिए बहुत महत्वपूर्ण था, क्योंकि इससे प्रशासन को इस प्रकार की संस्थाओं में सुधार लाने की दिशा में मार्गदर्शन मिला है।