कोविड काल में सत्ता में आया और बदलने में लगे हैं सूबे की तस्वीर
मुख्यमंत्री ने दो जिलों के 4 लाख 94 हजा लाभुकों के बीच लगभग 736 करोड़ 36 लाख रुपये की बांटी परिसंपत्तियां
चतरा। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने मंगलवार काे चतरा जिले के इटखोरी स्थित मां भद्रकाली की पावन धरती पर आयोजित “आपकी योजना- आपकी सरकार- आपके द्वार ” कार्यक्रम में लगभग 841 करोड़ की 702 विकास योजनाएं चतरा एवं कोडरमा जिला वासियों को समर्पित कर झारखंड राज्य के सर्वांगीण विकास का संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा कि आपके उत्साह, सहयोग एवं समर्थन से हमारी सरकार को ताकत मिल रहा है। इसी की बदौलत ही हम इस राज्य को मजबूती दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य का एक लाख 36 हजार करोड़ रुपये केंद्र पर बकाया है। अगर इस राशि का हमें सिर्फ ब्याज ही मिल जाए, तो इस राज्य को आगे बढ़ाने के लिए किसी पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं पड़ेगी। राज्यवासियों के लिए झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना जैसी अनेक योजनाओं को लेकर आपके बीच आ आ सकेंगे। आज हम तमाम चुनौतियों और विपरीत परिस्थितियों के बीच भी इस राज्य को सजाने और संवारने के लिए पूरी ताकत के साथ काम कर रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सरकार गांव- देहात से चल रही है । हमारी सरकार के पांच वर्ष पूरे हो रहे हैं। इस दौरान हमारी सरकार की कार्यशैली से आप कितने आगे बढ़े, इसे जानने और देखने के लिए पूरे राज्य का भ्रमण कर रहे हैं। इस क्रम में यह भी देख रहे हैं कि सरकार की योजनाएं आप तक किस तरीके से पहुंच रही । अधिकारी आपके दरवाजे पर पहुंचकर आपकी समस्याओं का समाधान किस तरीके से कर रहे हैं। हमारी कोशिश है जिलों के भ्रमण के दौरान आम जनता से मिले सुझावों के आधार पर आगे भी और भी बेहतर से बेहतर योजनाएं आपके लिए लेकर आ सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड मुखयमंत्री मंईयां सम्मान योजना को बहन- बेटियों का अपार समर्थन मिल रहा है। आज यह योजना सबसे सफ़ल और लोकप्रिय योजना के रूप में सामने आया है। इस योजना को लेकर पूरे राज्य की महिलाओं में अजब उत्साह देखने को मिल रहा है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपको सशक्त बनाने के लिए हर कदम पर सरकार आपके साथ खड़ी रहेगी।
जो 20 वर्ष में नहीं हुआ, वह 4 वर्षों में कर दिखाया
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड अलग राज्य के लिए हमें लंबा संघर्ष करना पड़ा। अलग राज्य के लिए चली लंबी लड़ाई में अनेकों लोगों ने अपने को बलिदान कर दिया। लेकिन, अफसोस इस बात का है कि अलग राज्य बनने के बाद विकास को जो गति मिलनी चाहिए , वह नहीं हो सका। अलग राज्य के गठन के 20 वर्षों तक यह राज्य उपेक्षित बना रहा। लेकिन, 2019 के दिसंबर में जब हमारी सरकार बनी हो हमने इस राज्य को आगे बढ़ने का सिलसिला प्रारंभ किया। मैं दावे के साथ कर सकता हूं कि हमारी सरकार ने पिछले साढ़े चार वर्षों में लगभग दो वर्षों तक कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से लड़ते हुए भी जितने कार्य कर दिखाए, वह 20 वर्षों में नहीं हो सका।
किसानों से धान खरीदने के साथ राइस मिल भी खोलने की तैयारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब किसान खुशहाल होंगे तो राज्य मजबूत होगा। इसी बात को ध्यान में रखकर किसानों के कल्याण के लिए सरकार लगाकर कार्य कर रही है । हमारी सरकार किसानों से धान खरीद ही रही है, अब राइस मिल खोलने का भी निर्णय ले चुके हैं। राज्य में जल्द ही कई राइस मिल खुलेंगे। इन राइस मिलों में जो चावल बनेगा, उसे हम गरीबों के बीच मुफ्त वितरित करेंगे।
बुजुर्गों को सामाजिक सुरक्षा, महिलाओं को सम्मान राशि, युवाओं का बना रहे भविष्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनकल्याण के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। आज सभी बुजुर्गों को पेंशन दे रहे हैं। 50 लाख बहन- बेटियों को वर्ष में 12 हज़ार रुपये सम्मान राशि देने की ऐतिहासिक योजना लेकर आए हैं। बड़े पैमाओं पर युवाओं को नौकरी के साथ स्वरोजगार के लिए आर्थिक सहायता सरकार उपलब्ध करा रही है। सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना से अब तक 9 लाख बच्चियों को जोड़कर पढ़ाई का जिम्मा सरकार उठा रही है। गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना के तहत सरकार अपनी गारंटी पर विद्यार्थियों को 15 लाख रुपये तक का शिक्षा लोन दे रही है, ताकि वह पढ़- लिखकर इंजीनियर, डॉक्टर, वकील और अफसर बन सकें। सके। यह पहला राज्य है जो अपने विद्यार्थियों को विदेश में उच्च शिक्षा के लिए पूरा खर्च दे रही है। ऐसी अनेकों और भी योजनाएं हैं, जिनके माध्यम से हम समाज के हर वर्ग और तबके को मजबूत बनाने का काम कर रहे हैं।
चतरा में 516 एवं कोडरमा में 186 विकास योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर चतरा एवं कोडरमा जिले को लगभग 841 करोड़ रुपए की 702 योजनाओं का तोहफा दिया। इसमें चतरा जिला अंतर्गत 501 करोड़ 78 लाख रुपये की 501 योजनाओं का शिलान्यास तथा 35 करोड़ 58 लाख रुपए की 15 योजनाओं का उद्घाटन शामिल है। कोडरमा जिले में 174 करोड़ 11 लाख रुपये की 91 योजनाओं का शिलान्यास एवं 129 करोड़ 66 लाख रुपये की 95 योजनाओं का उद्घाटन संपन्न हुआ। इस अवसर पर चतरा जिले के 3 लाख 14 हज़ार 885 लाभुकों के बीच 529 करोड़ 11 लाख रुपये एवं कोडरमा जिले के 01 लाख 79 हज़ार 581 लाभुकों के बीच 207 करोड़ 12 लाख रुपये की परिसंपत्तियां बांटी गई।