दुष्कर्म के आरोप में काट रहा था 20 साल की सजा
धनबाद के चिरकुंडा था रहनेवाला, सात वर्ष पहले आया था सेंट्रल जेल
हजारीबाग। जय प्रकाश नारायण केंद्रीय कारा हजारीबाग में बंद सजायाफ्ता बंदी धनंजय बाउड़ी (58 वर्ष) की मौत रविवार की सुबह में हो गई। केंद्रीय कारा हजारीबाग से रविवार को उसे शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल हजारीबाग में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। धनंजय बाउड़ी केंद्रीय कारा के एक नंबर सेल के चार नंबर बार्ड में 28 अक्तूबर 2018 से विगत लगभग छह वर्ष से सजा काट रहा है। उसे धनबाद न्यायालय से दुष्कर्म के मामले में 20 वर्ष की सजा सुनाई गई थी। वह धनबाद जिले के चिरकुंडा का रहने वाला था।
क्या कहते हैं कारा अधीक्षक
जेपी केंद्रीय कारा हजारीबाग के कारा अधीक्षक जीतेंद्र कुमार ने इस संबंध में बताया कि सजायाफ्ता बंदी धनंजय बाउड़ी की प्राकृतिक मृत्यु हुई है। उसकी तबीयत शनिवार-रविवार की रात में खराब हुई। रविवार की सुबह उसे शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल हजारीबाग में इलाज के लिए भेजा गया, जहां उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सदर थाना में मामला दर्ज किया गया है। धनंजय बाउड़ी केंद्रीय कारा हजारीबाग में विगत छह वर्ष से यहां पर सजा काट रहा था। मृतक बंदी का पोस्टमार्टम कराकर शव को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है। मृतक का पुत्र शव को लेकर धनबाद के चिरकुंडा चला गया।
वक्त पर अस्पताल भेजाहोता, तो नहीं होती मौत : परिजन
मृतक बंदी धनंजय बाउड़ी के बेटे आरोप है कि उसके पिता की तबीयत खराब रहने के बावजूद काराधीक्षक जीतेंद्र कुमार ने उन्हें बेहत्तर उपचार के लिए वक्त पर शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल हजारीबाग नहीं भेजा। इस कारण उसके पिता की मौत हो गई।