हजारीबाग। हजारीबाग के इचाक थाना क्षेत्र के उरुका गांव निवासी होम गार्ड के जवान शंकर मेहता (32 वर्ष) की मौत सड़क दुर्घटना में हो गई। घटना मंगलवार की शाम लगभग 7 बजे की बताई जा रही है। शंकर मेहता जेएम इंटर कॉलेज के प्राचार्य बसंत मेहता के छोटे भाई थे। और बतौर होमगार्ड ऊरीमारी थाना में कार्यरत थे। जानकारी के अनुसार शंकर मेहता शाम के लगभग 7 बजे प्रतिदिन की तरह हजारीबाग स्थित अपने घर से अपनी मोटरसाइकिल से ड्यूटी पर जा रहे थे। इसी दौरान पीछे से आ रहे किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। जब वे काफी देर तक ड्यूटी पर नहीं पहुंचे, तो उनके दोस्त उन्हें फोन करने लगे। लेकिन किसी ने भी फोन रिसीव नहीं किया। किसी अप्रिय घटना से आशंकित उनके साथी फोन का लोकेशन ट्रेस कर के घटना स्थल पर पहुंचे, तो एक तरफ क्षतिग्रस्त मोटर साइकिल और सड़क की दूसरी तरफ शंकर मेहता का पार्थिव शरीर पड़ा था। उनके सिर और नाक में गंभीर चोट लगी थी और काफी रक्त स्राव हो रहा था। उनके साथियों ने घटना की सूचना उनके परिजनों को दी। शंकर की मौत की सूचना मिलते ही ऊरीमारी थाना और उनके गांव में मातम पसर गया। शंकर मेहता मृदुभाषी और सरल स्वभाव के धनी व्यक्ति थे। वे अपने चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। उनकी शादी वर्ष 2012 में कुरहा निवासी प्रबील मेहता की पुत्री संगीता से हुई थी। उनके दो छोटे बच्चे आर्या राज (9वर्ष) और आराध्या (5 वर्ष) हैं। इधर शंकर के पार्थिव शरीर को पोस्टमार्टम कर पहले ऊरीमारी थाना लाया गया । वहां जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। उसके बाद सम्मानपूर्वक परिजनों को सौंप दिया गया। जवान शंकर के पार्थिव शरीर के गांव पहुंचते ही परिजनों के चीत्कार से पूरा माहौल गमगीन हो गया। पत्नी संगीता देवी, मां रुक्मणि देवी, पिता छोटन महतो भाई बसंत मेहता समेत पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। शंकर के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार गांव के मुक्तिधाम में किया गया। मुखाग्नि पुत्र आर्या राज ने दिया। अंतिम यात्रा में महाविद्यालय परिवार समेत पूरे गांव के लोग शामिल हुए।
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