हजारीबाग। दिगम्बर जैन पंचायत की ओर से 19 जनवरी की प्रातः 7:30 बजे से स्थानीय जैन भवन बड़ा बाजार में परम पूज्य वाक्केशरी आचार्य 108 श्री विनिश्चय सागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनि श्री 108 प्रज्ञान सागर जी महाराज एवं मुनि श्री 108 प्रसिद्ध सागर जी महाराज के सानिध्य में अष्टमूलगुण संस्कार समारोह का भव्य आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम को लेकर पुरुष महिलाओं समेत बच्चों में भी काफी उत्साह देखा जा रहा है।
यह कार्यक्रम मघ, मांस, मधु, बड़, पीपल, पाकर, उमर, कठूमर का सीधे सेवन का त्याग जिसको जैन धर्म की प्रथम सीढ़ी माना जाता है पर आधारित है।
इस तरह का समारोह हजारीबाग में प्रथम बार हो रहा है। इसे लेकर समाज के लोगों में काफी जिज्ञासा देखी जा रही है। कार्यक्रम से संबंधित सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैन।
जैन समाज के सदस्यगण जिन्होंने कार्यक्रम में भाग लिया है उन सभी लोगों ने आवेदन पत्र ऑनलाइन और ऑफलाइन भर कर कार्यक्रम में प्रवेश प्राप्त किया है। संस्कार शिविर में भाग लेने वाले पुरुषों को सफेद अथवा पीली धोती, महिलाओं को समाज की पारंपरिक पीली साड़ी, बच्चों के लिए सफेद कुर्ता पायजामा एवं बच्चियों के लिए पूर्ण सफेद कुर्ती पायजामा का ड्रेस कोड दिया गया हैं। मुनि श्री ने अपने मंगल प्रवचन में आज इसकी पूरी जानकारी भी दी । आज का मंगलाचरण रेखा पाटनी एवं संचालन विजय लुहाड़िया ने किया।
पूरी जानकारी जैन समाज के मीडिया प्रभारी राजेश लुहाड़िया ने दी।
जैन समाज का अष्टमूलगुण संस्कार समारोह 19 जनवरी को
