हजारीबाग। भीषण शीतलहरी कू बीच हजारीबाग जिले के अधिकांश निजी विद्यालय दो-तीन जनवरी से खुल गए हैं। बच्चे घर बैठे शीतलहरी की चपेट में आकर बीमार हो रहे हैं। ऐसे में सुबह-सवेरे स्कूल जाने और दिनभर क्लास रूम में बैठना, फिर शाम चार बजे तक घर आने से सीधा उनकी जान से खिलवाड़ है। सरकार और प्रशासन को इन निजी स्कूलों पर लगाम कसने की जरूरत है ताकि बच्चों के प्रति इनका मौसमी ख्याल रहे। अभिभावकों का कहना है कि सरकारी स्कूल से इन निजी विद्यालयों से सीखने की जरूरत है। सरकारी स्कूल फिलहाल बंद है और छह जनवरी को खुलेंगे। संभवतः: इस ठंड से दो-चार दिनों में कुछ राहत मिल जाए। बच्चे जब बीमार पड़ जाएंगे, तो वह पढ़ाई कैसे कर पाएंगे। अभी शीतलहरी कै देखते हुए निजी विद्यालयों कै कम-से-कम इस सप्ताह स्कूल बंद करने की गुजारिश अभिभावक कर रहे हैं।
जरा निजी स्कूल के बच्चों पर भी सरकार और प्रशासन का रहे ध्यान
