गर्व और गौरव के पल : डॉ शत्रुघ्न पांडेय को मिला हजारीबाग जेल पर भारत सरकार का शोध प्रोजेक्ट

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से स्वीकृत कर चुके हैं रिसर्च प्रोजेक्ट

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी, राष्ट्रपति भवन शिमला में तीन वर्षों के लिए यह चुके हैं शोध अध्येता

हजारीबाग। यह बड़े ही गर्व और गौरव का पल है कि विनोबा भावे विश्वविद्यालय के अंतर्गत संत कोलंबा कॉलेज हजारीबाग में कार्यरत इतिहास के प्राध्यापक डॉ शत्रुघ्न कुमार पांडेय को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अधीन भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद का शोध परियोजना मिला है। शोध परियोजना का विषय हजारीबाग सेंट्रल जेल का भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में योगदान है। परियोजना की अवधि दो वर्षों की है।

डॉ पांडेय को संबोधित पत्र में भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद के उपनिदेशक (रिसर्च) डॉ नूपुर सिंह ने लिखा है कि रिसर्च प्रोजेक्ट कमेटी की 177वीं बैठक में इस परियोजना को स्वीकृति दी गई। इसके पूर्व डॉ पांडेय ने निर्धारित प्रारूप में विश्वविद्यालय के कुलसचिव से हस्ताक्षर कराकर के उपरोक्त विषय पर शोध कार्य के लिए भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद को आवेदन दिया था। आवेदन की स्वीकृति के बाद 14 नवंबर 2024 को प्रेजेंटेशन सह साक्षात्कार कमेटी के समक्ष डॉ शत्रुघ्न ने रिसर्च प्रोजेक्ट का विस्तृत विवरण रखा था और उनका साक्षात्कार हुआ था। इस कमेटी की अनुशंसा पर परिषद की रिसर्च प्रोजेक्ट कमेटी ने इस शोध परियोजना को अपनी स्वीकृति दी। उल्लेखनीय है कि डॉ० पांडेय भारत और झारखंड के इतिहास पर कई पुस्तक लिख चुके हैं और उनके इरिहास लेखन और शोध का केंद्र क्षेत्रीय इतिहास रहा है। इससे पूर्व डॉ शत्रुघ्न विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा स्वीकृत रिसर्च प्रोजेक्ट कर चुके हैं। वह इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी, राष्ट्रपति भवन शिमला में तीन वर्ष के लिए शोध अध्येता रह चुके हैं। भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद द्वारा हजारीबाग सेंट्रल जेल का भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में योगदान विषय पर शोध प्रोजेक्ट स्वीकृत होने पर विनोबा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर पवन कुमार पोद्दार ने डॉ पांडेय को बधाई दी और कहा कि इस तरह के शोध परियोजना से विश्वविद्यालय के शोध को गति मिलेगी। कुलपति ने कहा कि विश्विद्यालय के लिए यह गर्व की बात है। इसके माध्यम से भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के कई नवीन पहलू उजागर होंगे और राष्ट्रीय पटल पर हजारीबाग के योगदान को पहचान मिलेगी। विश्विद्यालय के कुलसचिव डॉ सादिक रज्जाक, उप कुलसचिव डॉ कुमार विकास, वित्त पदाधिकारी डॉ सुरेंद्र कुशवाहा, परीक्षा नियंत्रक डॉ सुनील दुबे आदि ने डॉ शत्रुघ्न कुमार पांडेय को बधाई दी है।

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