लावारिस कुत्तों के बंध्याकरण से नहीं फैलेगी रेबीज, जनसंख्या भी होगी नियंत्रित
अस्पताल में यह सब सुविधा सरकार की ओर से मुफ़्त में है उपलब्ध
हजारीबाग। लावारिस कुत्तों की जनसंख्या नियंत्रित के लिए शनिवार को प्रांतीय पशु औषधालय के पेट क्लीनिक हजारीबाग में एक कुत्ते का बाध्यकरण एवं टीकाकरण “पहल” संस्था के अभियान से हुआ।
इस कार्य को सम्पन्न करने में योगदान देने वाले सेवानिवृत्त क्षेत्रीय निदेशक डॉ दारा शिकोह, डॉ मजरुहल हसन और डॉ स्मृति सिन्हा थे। इनके साथ जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ न्युट्रन टिर्की एवं पशु शल्य चिकित्सक डॉ मुकेश कुमार सिन्हा का पूर्ण सहयोग मिला।
इस प्रकार के कार्य से शहर एवं आसपास के इलाकों में लावारिस कुत्तों की जनसंख्या नियंत्रित होगी और बीमारी से भी रोकथाम होगी।आए दिन आदमी, गाय, बकरी आदि को कुत्तों द्वारा काटने की सूचना आती रहती है, इससे रेबीज की बीमारी फैलने की आशंका रहती है। लावारिस कुत्तों के बंध्याकरण से उनकी जनसंख्या पर विराम लगेगा और टीकाकरण से बीमारी से रोकथाम होगी। अस्पताल में यह सब सुविधा सरकार की ओर से मुफ़्त में उपलब्ध है। आम आदमी भी अपने पालतू कुत्ते के लिए यह सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। पहल संस्था इसके लिए जागरुकता अभियान चलाएगी।
इस कार्य को सफल बनाने में “पहल” संस्था के सभी सदस्य मनोज गुप्ता, आलोक कुमार, राजीव शरण, आशीष कुमार, मनोज कुमार, शिखा कुशवाहा, भावना कुमारी, सुशील सिन्हा, प्रतुष कुमार, मो शाकिब, मो खालिद, सुनील श्रीवास्तव, मुकेश कुमार, नीतीश कुमार आदि मौजूद थे।