साईबर अपराधों से बचाव पर छात्रों को दी गई विशेष जानकारी

चक्रधरपुर : झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार रांची के निर्देशानुसार, जिला विधिक सेवा प्राधिकार चाईबासा के सचिव राजीव कुमार सिंह के मार्गदर्शन में 90-दिवसीय डोर-टू-डोर विधिक जागरूकता अभियान के तहत राजा नरपति सिंह उच्च विद्यालय चक्रधरपुर में विधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को विधिक एवं साईबर अपराध से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करना था।

कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ विधिक सेवा प्राधिकार के प्रतिनिधियों द्वारा किया गया, जिसमें उन्होंने विधिक जागरूकता के महत्व और इसके समाज पर पड़ने वाले प्रभाव पर प्रकाश डाला। छात्रों को विशेष रूप से साईबर अपराध की बढ़ती घटनाओं के प्रति जागरूक किया गया।

कार्यक्रम में पीएलवी सूरज कुमार ठाकुर ने छात्रों को साईबर सुरक्षा और उससे संबंधित विभिन्न खतरों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आज के डिजिटल युग में साईबर अपराध की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं, और इनसे बचाव के लिए सजग रहना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने विद्यार्थियों को अनजान नंबरों से आए फोन कॉल्स पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी, विशेषकर OTP, साझा न करने की सलाह दी।

इसके अतिरिक्त, सूरज कुमार ठाकुर ने छात्रों को साइबर अपराध से जुड़े अन्य खतरों जैसे डिजिटल अरेस्ट, सोशल मीडिया पर अनजान व्यक्तियों से दोस्ती, फर्जी लोन ऐप्स, गूगल पर उपलब्ध फर्जी हेल्पलाइन नंबर, और नकली नोटिस या दस्तावेजों के उपयोग के प्रति सतर्क रहने की जानकारी दी। उन्होंने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में हो रही धोखाधड़ी की घटनाओं के बारे में भी छात्रों को जागरूक किया।

कार्यक्रम के दौरान, छात्रों को 1930 हेल्पलाइन नंबर की जानकारी दी गई, जिससे वे किसी भी साईबर अपराध की घटना की सूचना तुरंत दे सकते हैं। कार्यक्रम में मौजूद सभी छात्रों को पंपलेट भी वितरित किए गए, जिनमें साईबर सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी गई थी।

प्रधान अध्यापक, शिक्षक और अन्य सहयोगियों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रधान अध्यापक ने छात्रों को विधिक जागरूकता के महत्व को समझाते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम समाज में विधिक शिक्षा को बढ़ावा देने और युवाओं को सशक्त बनाने में सहायक सिद्ध होते हैं।

कार्यक्रम के समापन के अवसर पर सभी शिक्षकों और छात्रों ने इस अभियान को और अधिक प्रभावशाली बनाने का संकल्प लिया। उन्होंने यह भी कहा कि वे अपने परिवार और समाज के अन्य लोगों को भी इस तरह की जानकारी प्रदान करेंगे ताकि समाज में विधिक जागरूकता का दायरा और व्यापक हो सके।

इस आयोजन में प्रधान अध्यापक, शिक्षक, पीएलवी सूरज कुमार ठाकुर, उदाहरण प्रधान, कविता पाड़िया, अनीता गिलिवा, कमल महतो और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया और अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस कार्यक्रम ने छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों को भी विधिक और साईबर अपराध से संबंधित नए ज्ञान से अवगत कराया।

इस प्रकार, राजा नरपति सिंह उच्च विद्यालय चक्रधरपुर में आयोजित यह विधिक जागरूकता कार्यक्रम छात्रों को साईबर अपराध के प्रति सजग करने और विधिक जानकारी प्रदान करने में अत्यंत सफल रहा। यह कार्यक्रम झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के दिशा-निर्देशों के तहत समाज में जागरूकता फैलाने के एक प्रभावी कदम के रूप में सिद्ध हुआ।

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