चतरा : राजकीय इटखोरी महोत्सव 2025 का आयोजन झारखंड के चतरा जिले के इटखोरी स्थित मां भद्रकाली मंदिर परिसर में 19, 20, और 21 फरवरी को होगा। महोत्सव के सफल आयोजन हेतु उपायुक्त रमेश घोलप ने जिले के वरीय अधिकारियों और प्रखंड स्तरीय अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में पुलिस अधीक्षक विकास कुमार पांडेय, उप विकास आयुक्त अमरेंद्र कुमार सिन्हा, वन प्रमंडल पदाधिकारी दक्षिणी मुकेश कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। बैठक का उद्देश्य महोत्सव को भव्य और सफल बनाने के लिए तैयारियों की समीक्षा करना और आवश्यक दिशा-निर्देश देना। बैठक की शुरुआत में जिला खेल पदाधिकारी तुषार रॉय ने पूर्व में आयोजित तीन दिवसीय राजकीय इटखोरी महोत्सव की विस्तृत जानकारी दी। इसके साथ ही, 2025 के महोत्सव की अब तक की तैयारियों पर चर्चा की गई।
उपायुक्त ने कार्यक्रम के बेहतर और व्यवस्थित संचालन हेतु पूर्व की भांति विभिन्न कोषांगों का गठन करने का निर्देश दिया। यह कोषांग महोत्सव के विभिन्न पहलुओं जैसे आयोजन, व्यवस्थापन, और सुरक्षा के लिए जिम्मेदार होंगे।
मुख्य निर्देश:
- मंदिर परिसर की तैयारी:
- मां भद्रकाली मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्र का रंग-रोगन और साफ-सफाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
- वाहन पार्किंग व्यवस्था:
- आने वाले श्रद्धालुओं और आगंतुकों के लिए समुचित वाहन पार्किंग स्थल चिन्हित करने और उसकी व्यवस्था करने को कहा गया।
- पेयजल और विद्युत व्यवस्था:
- पूरे कार्यक्रम स्थल पर पर्याप्त पेयजल आपूर्ति और निर्बाध विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था के लिए संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया।
- सुरक्षा व्यवस्था:
- पुलिस और सुरक्षा कर्मियों को सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात करने की योजना पर चर्चा की गई।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम:
- महोत्सव के दौरान आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने और स्थानीय कलाकारों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए गए।
- पर्यटन और प्रचार-प्रसार:
- महोत्सव को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित करने के लिए जिला जनसंपर्क अधिकारी श्री शकील अहमद को निर्देश दिया गया।

बैठक में अपर समाहर्ता अरविंद कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी चतरा जहूर आलम, डीआरडीए निदेशक श्रीमती अलका कुमारी, जिला परिवहन पदाधिकारी इंद्र कुमार, नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी श्रीमती विनीता कुमारी सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी और कर्मी उपस्थित थे।
राजकीय इटखोरी महोत्सव का उद्देश्य न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देना है, बल्कि इसे पर्यटन के एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करना भी है।
महोत्सव की विशेषताएं:
- धार्मिक महत्व: मां भद्रकाली मंदिर का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है, और महोत्सव के दौरान यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
- सांस्कृतिक गतिविधियां: महोत्सव के दौरान पारंपरिक झारखंडी नृत्य, संगीत, और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
- स्थानीय उत्पादों का प्रदर्शन: महोत्सव में स्थानीय कारीगरों और उत्पादकों को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और बेचने का अवसर मिलेगा।
उपायुक्त रमेश घोलप ने सभी अधिकारियों से महोत्सव के सफल और भव्य आयोजन के लिए समर्पित प्रयास करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव न केवल चतरा जिले बल्कि पूरे झारखंड की सांस्कृतिक पहचान को उजागर करेगा।
राजकीय इटखोरी महोत्सव 2025 को भव्य और व्यवस्थित तरीके से आयोजित करने के लिए जिला प्रशासन ने सभी तैयारियां शुरू कर दी हैं। अधिकारियों के समन्वित प्रयासों से यह महोत्सव धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन के क्षेत्र में एक नया मानदंड स्थापित करेगा।