छात्र अपने माता-पिता और पास-पड़ोस को जागरूक कर बन सकते हैं साइबर जागरूक प्रहरी : मनोज

तीन दिनों से चल रहे साइबर कार्यशाला का समापन

हिंदू स्कूल के विद्यार्थियों को दी गई जानकारी

क्युआर कोड ठग सकते हैं धोखाधड़ी, एक्ससे किया जा सकता है व्हाटसएप

हजारीबाग। साइबर जागरूकता अभियान के तीसरे दिन साइबर पाठशाला 1914 में स्थापित हिंदू उच्च विद्यालय मेें लगी। अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत और साइबर सेल की मदद से आयोजित इस कार्यशाला में साइबर इंस्पेक्टर सह विशेषज्ञ जंगलाल मुंडा, दारोगा सुजीत और दीपक कुमार का व्याख्यान हुआ। ग्राहक पंचायत के जिलाध्यक्ष गौरव सहाय ने विषय प्रवेश कराया और ग्राहक पंचायत के साथ साथ साइबर जागरूकता अभियान की जानकारी दी। संबोधित करते हुए साइबर थाना के इंस्पेक्टर जगलाल मुंडा ने बताया कि इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, फेसबुक, पर दोस्त और फॉलोअर बढ़ाने में सबसे अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। यह आपको जेल की हवा खिला सकता है, आपका एकाउंट खाली कर सकता है। जानकारी दी कि डिजिटल अरेस्टिंग जैसा को कानून नहीं है। छात्रों से आसपास के पड़ोसियों को जागरूक करने की पहल करते हुए कहा कि दुकान या अन्य स्थानों पर कभी भी बाहर में क्यूआर कोड नहीं लगाना चाहिए। ठग, क्यूआर कोड पर अपना क्यूआर कोड चिपकाकर धोखाधड़ी कर सकते हैं। हजारीबाग में गठित दो घटनाएं और बनायी गई एक शार्ट फिल्म की चर्चा कर होने वाले नुकसान और इसके बचाव के उपाय बताए।

उन्होंने कहा कि इंंस्ट्राग्राम, एक्स हैंडल, टेलीग्राम, समाचार के आदान-प्रदान के लिए बनाया गया है, परंतु साइबर ठग आपको मुसीबत में डालने के लिए इसका भी दुरुपयोग कर रहे हैं। ऑनलाइन गेमिंग के दौरान मिलने वाले लुभावने आफर के बारे में बताया। गोपनीय दस्तावेज एटीएम, अकाउंट, आधार, पेन नंबर, एटीएम सीयूबी नंबर आदि को भी साझा नहीं करने की अपील की। बताया कि अनजाने लिंक, फाइव जेनरेशन के मोबाइल में स्क्रिन शेयर के भी ऑप्सन आए हैं। ठग आपको स्क्रिन शेयर करा सकते हैं, एनीडेस्क एप्प की मदद से आपके फोन का एक्सेस ले सकते हैं। दारोगा सुजीत कुमार व दीपक कुमार ने छात्रों को संबोधित करते हुए गुुरुवार को प्रकाशित अखबारों में साइबर ठगी के बारे में जानकारी दी। बताया कि एक पूर्व वैज्ञानिक पटना के एक डाक्टर से 52 लाख की ठगी की जानकारी दी। कहा कि पढ़े-लिखे लोग आसानी से साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं। ऑनलाइन वीडियो कॉल करके डिजिटल अरेस्टिंग कर ठगी की जा रही है। एआई तकनीक का उपयोग कर आवाज का क्लोन बनाया जा रहा है। गुगल में फर्जी हेल्पलाइन नंबर जोड़ कर ठग शिकार कर रहे हैं। किसान निधि, पीएम निधि, संस्थागत प्रसव, आंगनबाड़ी, पैक्स में धान जमा करने पर पैसा और शिक्षकों को उनके व्यक्तिगत जानकारी उपलब्ध कराकर ठग इस दिशा में शिकार तलाश रहे हैं। अपील करते हुए कहा कि फ्री वाई फाई का इस्तेमाल आपको परेशानी में डाल सकता है। क्यू आर कोड से आपका व्हाट्सएप भी हैक हो सकता है। डिजिटल अरेस्टिंग नाम का कोई चीज नही है। यह भी कहा कि बच्चों को अपने सामने ही नेट चलाने को कहें, छिप कर इसका उपयोग बच्चों को भटका सकता है। प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज गुप्ता ने ग्राहक पंचायत द्वारा दी जा रही सुविधा और ग्राहक के हित में किए जा रहे काम की जानकारी दी। धन्यवाद ज्ञापन प्राचार्य लक्ष्मण प्रसाद ने किया। मौके पर जिला सचिव बबलू कुमार, प्रचार प्रमुख दयानंद गुप्ता के साथ-साथ प्रमुख रूप से अरविंद राणा उपस्थित थे।

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