चाईबासा: हाट गम्हरिया प्रखंड के बागेयाबेड़ा गांव में धार्मिक विवाद का मामला उठने के बाद स्थिति गंभीर हो गई। गुरुवार को ग्रामीण मुंडा महेंद्र लागुरी की अध्यक्षता में आयोजित ग्राम सभा में गांव के विकास पर चर्चा हो रही थी, जब यह विवाद सामने आया।
गांव के बीरबल लागुरी ने ग्राम सभा में बताया कि वह अपनी जमीन पर गिरजाघर का निर्माण कर रहे हैं। उन्होंने इसे अपना धार्मिक अधिकार बताया। हालांकि, ग्रामीणों ने इसका विरोध किया और इसे गांव की परंपरा और संस्कृति के खिलाफ बताया। ग्रामीणों का मानना था कि गिरजाघर बनने से बाहरी लोगों का हस्तक्षेप बढ़ेगा, जिससे उनकी सांस्कृतिक पहचान को खतरा हो सकता है।
ग्राम सभा ने सर्वसम्मति से गिरजाघर निर्माण की अनुमति देने से इनकार कर दिया। इस पर बीरबल लागुरी ने कोर्ट जाने की धमकी दी और ग्राम सभा के फैसले को मानने से इनकार कर दिया। इससे विवाद बढ़ गया और माहौल तनावपूर्ण हो गया। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए बुद्धिजीवियों ने स्थिति को संभाला और मामले की जानकारी थाने को देने की सलाह दी।
शनिवार को स्थानीय थाना प्रभारी ने विवादित स्थल का दौरा किया। उन्होंने दोनों पक्षों से बात कर जानकारी प्राप्त की और ईसाई धर्म मानने वाले बीरबल लागुरी को गिरजाघर निर्माण कार्य रोकने का निर्देश दिया, जब तक प्रशासन और ग्राम सभा की अनुमति प्राप्त न हो।
इस मौके पर थाना प्रभारी के साथ ग्रामीण मुंडा महेंद्र लागुरी, समाजसेवी प्रकाश लागुरी और अन्य ग्रामीण मौजूद थे। पुलिस ने मामले की जांच का आश्वासन देते हुए दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की।