सीएम एक्सीलेंस स्कूल में प्रश्नोत्तरी सह करियर परामर्श सत्र
हजारीबाग। जिला मुख्यमंत्री विधालय, हजारीबाग में समरिटन वेलफेयर फाऊंडेशन के सहयोग 19 दिसंबर को छात्र-छात्राओं के लिए बहुत ही महत्पूर्ण विषय चुनौतियों को कैसे अवसर में बदलना चाहिए”पर प्रश्नोत्तरी सह करियर परामर्श सत्र का आयोजन सफलता पूर्वक किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रभारी प्राचार्य, वीवीएम नेशनल के दो बार के विजेता और आईआईटी, दिल्ली के छात्र अभिषेक मेहता एवं वीवीएम झारखंड सह एनईईटी,जमशेदपुर के छात्र अश्विन मेहता,गणित विभागाध्यक्ष गिरीश कुमार के साथ प्रबंधक सह राष्ट्रपति पुरुस्कार विजेता अशोक कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस सत्र में विद्यालय के नौवीं एवं ग्यारहवीं के छात्र छात्राओं को अशोक कुमार ने कुछ प्रमुख बिंदुओं जैसे 1. चुनौतियों को एक अवसर के रूप में देखें 2. जिज्ञासा की संस्कृति को प्रोत्साहित करें 3. लचीलेपन और अनुकूलता को प्रोत्साहित करें 4.एक टीम संस्कृति बनाएं जो दृढ़ता को महत्व देती हो 5. टीम को बदलती परिस्थितियों के अनुसार तेजी से आगे बढ़ने में सहयोग और रचनात्मकता को बढ़ावा देना, विचार-मंथन समाधानों में विविध दृष्टिकोणों को शामिल करना 6.आगे बढ़ने के लिए नवोन्मेषी रास्ते खोजने के लिए टीम की ताकत का लाभ उठाएं। 7. विकासोन्मुखी मानसिकता विकसित करें 8.सफलता की सीढ़ी के रूप में असफलताओं से सीखने पर जोर दें 9.आत्मविश्वास जगाने के लिए पूर्वावलोकन चुनौतियों से पार पाने की कहानियाँ साझा करें।10. सोच-समझकर जोखिम उठाएं
कार्य करने से पहले जोखिमों और पुरस्कारों का अच्छी तरह मूल्यांकन करें।स्वीकार्य सीमाओं के साथ साहसिक विचारों के प्रयोग को प्रोत्साहित करें। 11.दृष्टिकोण और उद्देश्य का संचार करें,चुनौतियों पर काबू पाना अब व्यापक मिशन के अनुरूप है। अपनी टीम को एक बड़े उद्देश्य के लिए अवसर प्रदान करने के लिए प्रेरित करें,सामरिक रूप से संसाधनों का लाभ उठाएं और मौजूदा संसाधनों में छिपी ताकत को पहचानें। 12.कमियों को दूर करने के लिए बाहरी साझेदारी या प्रौद्योगिकियों की तलाश करें। उदाहरण के आधार पर आगे बढ़ें ,संयम, आशावाद और निर्णयशीलता का प्रदर्शन करें। इन सभी प्रथाओं को अपनाकर अपनी टीम को दिखाएं कि चुनौतियों में कैसे सामूहिक रूप से विजय के अवसर प्राप्त किया जा सकता है।
आईआईटी के छात्र सह आज के कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता अभिषेक मेहता जिन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए बताया कि भविष्य में किसी भी प्रकार के परीक्षा की तैयारी के लिए क्या योजना और रणनीति की आवश्यकता है और उन्हें वीवीएम झारखंड और राष्ट्रीय स्तर की प्रतिष्ठित वीवीएम परीक्षा में कैसे सफल होना चाहिए। ग्यारहवीं वीवीएम राज्य स्तरीय विजेता एवं एनआईटी जमशेदपुर के छात्र अश्विन मेहता ने नौवीं और ग्यारहवीं के छात्रों को प्रभावी ढंग से परामर्श दिया। छात्र इस तरह की काउंसलिंग देखकर बेहद प्रभावित हुए और उन्होंने भविष्य में भी इस तरह की काउंसलिंग सह प्रश्न उत्तर सत्र आयोजित करने का अनुरोध किया। कार्यक्रम के समापन के बाद गिरीश कुमार ने इस तरह के आयोजन के लिए सभी को धन्यवाद दिया।