विभिन्न मांगों के लिए झारखंड राज्य विश्वविद्यालय-महाविद्यालय शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ के बैनर तले कर्मचारियों का आंदोलन
हजारीबाग । झारखंड राज्य विश्वविद्यालय- महाविद्यालय शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ के बैनर तले कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर विभावि मुख्यालय में बुधवार को आमरण अनशन शुरू कर दिया। आमरण अनशन पर विभावि प्रक्षेत्र महासंघ के अध्यक्ष सह मार्खम कालेज के कर्मचारी संजीत पासवान और केबी महिला काॅलेज के राजेश राम बैठे हैं। इस आंदोलन में विभावि के नौ अंगीभूत कॉलेजों के कर्मचारी सामुहिक अवकाश लेकर सम्मलित हुए। संघ अध्यक्ष ने कहा कि जब तक हमारी मुख्य मांगे एसीपी एमएसीपी कटौती संबंधित आदेश को वापस नहीं लिया जाता है, तबतक अनिश्चितकालीन आमरण अनशन जारी रहेगा है। कहा कर्मचारियों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है। इसलिए कदम पीछे खिंचने का सवाल ही नहीं उठता है। ज्ञात हो कि विभावि प्रशासन की ओर से वर्ष 2015 से आंतरिक स्रोत से कर्मचारियों को एसीपी एवं एमएसीपी का भुगतान किया जा रहा था। लेकिन गत वित्त समिति की बैठक में उक्त भुगतान को स्थगित करने और भुगतान किए गए राशि को एडजस्ट करने का निर्णय लिया गया । जिससे कर्मचारी आंदोलित हो उठे हैं । इधर विवि दिसंबर माह से एसीपी एवं एमएसीपी का कटौती कर वेतन भुगतान का मन बना लिया है। हालांकि आंदोलन के बाद विवि एक कमिटी बनाकर समस्या के समाधान का रास्ता ढूंढने की कोशिश में लगा हुआ है। लेकिन प्रभारी कुलपति होने की वजह से सकारात्मक निर्णय लेने में कुछ तकनीकी परेशानी आड़े आ रही है। बावजूद विवि कर्मचारियों की हितों को लेकर व्यावहारिक प्रयास में जुटा हुआ है। इधर कंपकंपाती ठंड में आमरण अनशन पर बैठे कर्मचारी अपनी मांगों की पूर्ति की जिद्द पर अड़े हुए हैं।