समाधान के सुझाव के लिए पांच सदस्यीय समिति का किया गया गठन
उच्च एवं तकनीकी शिक्षा सचिव के साथ कुलपति की बैठक 11 जनवरी को संभव
हजारीबाग। विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग के मुख्यालय में एसीपी तथा एमएसीपी के भुगतान को जारी रखने की मांग को लेकर चल रहे आमरण अनशन सह धरना कार्यक्रम गुरुवार को समाप्त हो गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर पवन कुमार पोद्दार अन्य वरीय अधिकारियों के साथ बृहस्पतिवार के अपराह्न 3:00 बजे धरना स्थल पर पहुंचे और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों से बातचीत की। विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रोफेसर मिथिलेश कुमार सिंह, आदर्श कॉलेज राजधनवार के प्राचार्य प्रोफेसर विमल कुमार मिश्रा तथा कुलसचिव डॉ सादिक रज्जाक विश्वविद्यालय की ओर से बातचीत में सम्मिलित हुए।
विश्वविद्यालय ने मामले के निष्पादन के लिए पांच सदस्यों की एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया। समिति में प्रोफेसर मिथिलेश कुमार सिंह, प्रोफेसर विमल कुमार मिश्रा, डॉ एच एन सिन्हा, डॉ इंद्रजीत कुमार तथा डॉ सरोज सिंह को शामिल किया गया है। समिति को कहा गया है की अतिशीघ्र इस पूरे मामले पर समाधान के सुझाव प्रेषित करें।
इसके बाद कुलपति ने दोनों अनशनकारी कर्मचारी नेता, मार्खम महाविद्यालय में कार्यरत संजीत पासवान तथा के बी महिला महाविद्यालय में कार्यरत राजेश राम को जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया। ज्ञात हो कि राजेश राम संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं तथा संजीत राम विनोबा भावे विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष हैं।
इस बीच सूचना है कि विश्वविद्यालय के कुलपति के साथ उच्च एवं तकनीकी शिक्षा सचिव की बैठक के लिए 11 जनवरी को समय निर्धारित किया गया है।