शिकायतों पर कुलपति ने लिया सख्त निर्णय
पिछले कई वर्षों से नहीं लिया जा रहा संज्ञान, हो चुकी हैं कई वारदातें
हजारीबाग। विनोबा भावे विश्वविद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था पिछले दो-तीन वर्षों से गलत कार्यों के लिए चर्चा में रही। विश्वविद्यालय में कई बार चोरी की बड़ी घटना भी घटित हुई। खबर है कि विश्वविद्यालय के अतिथि भवन एवं विज्ञान भवन को रात में कई बार गलत कार्य के लिए उपयोग किया गया। इसकी जानकारी उस समय के कुलपतियों तथा संबंधित अधिकारियों को दी गई। दुर्भाग्य से विश्वविद्यालय की ओर से खानापूर्ति वाली जांच कराई गई तथा किसी को उत्तरदायी नहीं ठहराया गया। कोई सख्त कदम भी नहीं उठाया गया।
शिकायत यहां तक आने लगी कि विश्वविद्यालय में जितनी संख्या में सुरक्षा गार्ड प्रतिनियुक्त हैं, उसकी आधी संख्या में भी लोग उपस्थित नहीं रहते हैं।
विश्वविद्यालय के कुलपति बनने के बाद प्रोफेसर पवन कुमार पोद्दार को भी इस तरह की शिकायतें प्राप्त होने लगीं। कुलपति ने पूरे विषय पर अपने स्तर से सच्चाई का पता लगाया। विश्वविद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए उन्होंने गुरुवार को कड़े निर्देश जारी किए।
नई व्यवस्था के तहत सिक्योर्ड सिक्योरिटी सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड नमक विश्वविद्यालय को सुरक्षा गार्ड उपलब्ध कराने वाली एजेंसी को अब प्रतिनियुक्ति सुरक्षाकर्मी का व्हाट्सएप नंबर तथा ड्यूटी चार्ट कुलपति के साथ-साथ सभी अधिकारियों को उपलब्ध कराना होगा। कुलपति स्वयं तथा अधिकारी कभी भी व्हाट्सएप कॉल द्वारा सुरक्षा कर्मी की उपस्थिति की जांच करेंगे। प्रतिनियुक्ति स्थान पर सुरक्षा कर्मी के नहीं पाए जाने पर एजेंसी के विरुद्ध नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
कुलपति के इस निर्णय से विश्वविद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त होने के आसार प्रबल हुए हैं । इस कार्यवाही की चौतरफा प्रशंसा की जा रही है।