धात्री फाउंडेशन ने विष्णुगढ़ में कार्यशाला आयोजित कर हेल्थ वर्कर्स को दी ट्रेनिंग
विशेषज्ञ चिकित्सकों ने लक्षण और प्रारंभिक उपचार की बताई लिखित, मौखिक और प्रायोगिक विधियां
हजारीबाग। स्वास्थ्य व विभिन्न क्षेत्रों में सेवा देनेवाली स्वैच्छिक संस्था धात्री फाउंडेशन की ओर से न्यू बोर्न बेबी को सुरक्षित करने की बेहतर पहल की जा रही है। इसी कड़ी में आदर्श डीएवी स्कूल चेदरा विष्णुगढ़ में नवजात पुनर्जीवन एवं नवजात देखभाल विषय पर वर्कशॉप कराया गया।
इसमें डॉक्टर समीर कुजूर शिशु एवं नवजात रोग विशेषज्ञ एवं डॉ अमन उरवार नवजात रोग विशेषज्ञ ने वहां के नर्सिंग होम और अस्पताल के स्टाफ व हेल्थ केयर वर्कर्स को इसकी ट्रेनिंग दी गई। इसके तहत यह बताया गया कि कैसे जब बच्चा जन्म होता है और किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या आती है, तो उसे पहचानने और वहां पर फर्स्ट स्टेप ट्रीटमेंट देने की जानकारी दी गई।
फिर वहां से हायर सेंटर जाते वक्त बच्चे को कोई परेशानी न हो और वह सही सलामत वहां पहुंच जाए, इसके लिए प्राथमिक उपचार की जानकारी दी गई। इसके बारे में प्रैक्टिकल और थियोरेटिकल ट्रेनिंग दी गई। साथ ही संस्था की ओर षे इस वर्कशाप का सर्टिफिकेट भी बांटा गया। इसमें शामिल 40 स्वास्थ्य कर्मियों को यह सर्टिफिकेट बांटा गया। उन्हें शपथ भी दिलाई गई कि कैसे इस प्रोग्राम को आगे बढ़ाएंगे और कम से कम मोर्टालिटी रेट हो, इसके लिए आगे काम करेंगे।
कार्यक्रम में धात्री फाउंडेशन के सेक्रेटरी विनय कुमार मिश्रा भी उपस्थित रहे। डॉक्टर समीर कुजूर और डॉक्टर अमन उरवार के दिशा निर्देश पर पूरे कार्यक्रम को किया गया शामिल होने वाले लोगों में नरेश महतो, पीयूष कुमार एवं अन्य थे।