डीवीसी क्लब हजारीबाग में 11 जनवरी तक होगा आयोजन
इस प्रतियोगिता में दामोदर घाटी निगम की विभिन्न परियोजनाओं की आठ टीमें ले रही हैं भाग
हजारीबाग। दामोदर घाटी निगम के हजारीबाग परियोजना में नौ से 11 जनवरी तक अखिल घाटी टेबल टेनिस प्रतियोगिता का आयोजन डीवीसी क्लब में किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता का उद्घाटन समारोह गुरुवार को हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि डीवीसी के अंजनी कुमार दूबे, कार्यकारी निदेशक (असैनिक), और विशिष्ट अतिथि संजय कुमार, निदेशक (भूसंवि) एवं परियोजना प्रमुख, दाघानि, हजारीबाग थे। उन्होंने भूसंवि सभागार में दीप प्रज्ज्वलित कर और दाघानि परिसर में डीवीसी का झंडोत्तोलन कर इस प्रतियोगिता का शुभारंभ किया।
इस प्रतियोगिता में दामोदर घाटी निगम की विभिन्न परियोजनाओं की आठ टीमें भाग ले रही हैं। यह प्रतियोगिता टीम वर्ग और व्यक्तिगत वर्ग दोनों वर्ग में आयोजित की जा रही है। झारखंड से मैथन बांध, बोकारो थर्मल, चंद्रपुरा थर्मल, कोडरमा थर्मल और हजारीबाग परियोजना एवं बंगाल से डीवीसी मुख्यालय कोलकाता, मेजिया ताप विद्युत केंद्र और दुर्गापुर ताप विद्युत केंद्र की टीमें भाग ले रही हैं।
इस प्रतियोगिता के मुख्य निर्णायक भैया मुरारी सिन्हा हैं, जिनके मार्गदर्शन में प्रतियोगिता का सफल संचालन किया जा रहा है। उप निर्णायक के रूप में आयुष एवं ज्योति यादव अपनी भूमिका निभा रही हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत में संजय कुमार, निदेशक (भूसंवि) एवं परियोजना प्रमुख, हजारीबाग ने सभी प्रतिभागी खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए कहा कि हजारीबाग परियोजना में इस प्रतियोगिता का आयोजन होना गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि इन प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों की भागीदारी न केवल उनके कार्यक्षमता को बढ़ाती है, बल्कि विभिन्न परियोजनाओं के बीच आपसी सहयोग और समझ को भी मजबूत करती है।
उद्घाटन समारोह का संचालन श्री राहुल रंजन, प्रबंधक (मासं), भूसंवि, दाघानि, हजारीबाग ने किया। इस अवसर पर आर.एस. शर्मा, वरीय महाप्रबंधक(वि.); डॉ. अशोक कुमार, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी; विकास दास, उप महाप्रबंधक (वि.); शंभू वर्णवाल, सुजीत नारायण, सुमन भौमिक, राकेश रंजन केशरी, जैना, विकास कुमार, दीपक कुमार, डीवीसी स्पोर्ट्स काउंसिल के उज्जवल बनर्जी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
इस आयोजन को सफल बनाने में दीपक राणा, अरुण कुमार सिन्हा, सुनील कुमार, धीरज कुमार, मदन कुमार, अरविंद कुमार, शंकर सिंह और गणेश बाबा का विशेष योगदान रहा।