नरसिंह मंदिर में उमड़ा आस्था का जनसैलाब

अहले सुबह 3 बजे से ही मंदिर में श्रद्धालुओं की लगने लगी लंबी कतार

हजारीबाग। झारखंड के हजारीबाग शहर से करीब सात किलोमीटर दूर बड़कागांव रोड स्थित नरसिंह भगवान का भव्य मंदिर विराजित है। इस वर्ष भी कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मेले का भव्य आयोजन किया गया।

प्रातः काल की आरती के बाद दो लाख श्रद्धालुओं की ने किए नृसिंह बाबा के दर्शन

नरसिंह स्थान मंदिर में नृसिंह बाबा के दर्शन के लिए प्रातः काल की आरती के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर की ओर अग्रसर होने लगी। बताया जाता है कि करीबन दो लाख से भी अधिक लोगों ने बाबा के दर्शन किए।

मंदिर में सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम

नरसिंह स्थान मंदिर परिसर में मेले के दौरान सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम थे भगवान नरसिंह के दर्शन के लिए महिला एवं पुरुष की अलग-अलग लाइन लगाई गई थी। मंदिर परिसर के आसपास सुरक्षा के दृष्टिकोण से कई सुरक्षाकर्मी तैनात थे। वही मंदिर समिति की ओर से लगातार माइक से प्रचार-प्रसार किया जा रहा था।

मेले में बिक्री के लिए सजाए गए थे करीब एक हजार कोड़ी गेंदा फूल

भगवान नरसिंह के मेले में मालाकारों ने एक हजार कोड़ी गेंदा फूल बिक्री के लिए सजाए थे। बताया जाता है कि भगवान नरसिंह के दरबार में जो भी भक्त दर्शन करने जाते हैं, वहां से गेंदा फूल की माला पहन कर अवश्य आते हैं।

दर्शन के बाद सेल्फी का खूब दिखा क्रेज

मंदिर परिसर में बाबा के दर्शन के पश्चात महिलाएं एवं पुरुषों में सेल्फी का क्रेज नजर आया। युवक-युवतियां भी सेल्फी लेते नजर आए।

दर्शन के बाद लोगों ने जमकर लिया बर्रा-समोसा का आनंद

भगवान नरसिंह के दर्शन के पश्चात लोग अपनी भूख को मिटाने के लिए आसपास होटलों में समोसे एवं बर्रा का जमकर आनंद ले रहे थे। समोसा प्रति पीस 10 एवं बर्रा प्रति पीस 10 रुपए बेचा जा रहा था।

मेले में बिका करीब 25000 ईख

भगवान नरसिंह का दर्शन करने के पश्चात लोग गन्ना की खरीदारी काफी मात्रा में करते हैं। गन्ना विक्रेता से मिली जानकारी के अनुसार मेले के दौरान 25,000 गन्ना लाए गए थे। जिसकी कीमत 50 एवं 60 रु जोड़ा था।

मेले में बच्चों ने उठाया झूले का आनंद

जहां मेला हो और बच्चे आनंद न लें ऐसा तो हो नहीं सकता। शहरों में ऐसा मेला काफी कम देखने को मिलता है। ऐसी स्थिति में स्कूल की छुट्टी के पश्चात बच्चे मेले का आनंद लेने नरसिंह स्थान मंदिर के समीप लगे अनेक झूलों के पास पहुंचे हुए थे।

प्रतिवर्ष के मुकाबले इस वर्ष प्रसाद के बढ़े थे रेट

पूरे भारतवर्ष में हम जिस भी मंदिर में दीदार करने पहुंचते हैं, वहां विराजमान ईश्वर को प्रसाद हम सब अवश्य चढ़ाते हैं। ऐसी स्थिति में भगवान नरसिंह का दीदार करने से पूर्व श्रद्धालुओं ने काफी प्रसाद खरीदे। प्रसाद विक्रेताओं से मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष प्रसाद का रेट काफी बढ़ा हुआ था। पानी नारियल 35 रु प्रति पीस, सूखा नारियल 40 रु प्रति पीस था।
मंदिर परिसर के आसपास कई संस्थाओं की ओर से सेवा के माध्यम से कई स्टॉल लगाए गए थे जिसमें खिचड़ी तथा अन्य सामग्री का वितरण किया जा रहा था।

मंदिर परिसर में कई श्रद्धालुओं ने कराया मुंडन संस्कार

कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर मंदिर परिसर में दर्शन के बाद श्रद्धालुओं ने मुंडन पूजन संपन्न कराया।

श्रद्धालुओं के स्नेह और आस्था से मंदिर प्रांगण जीवंत हो उठा : पं. उपेंद्र मिश्र

प्रधान पुजारी पं. उपेंद्र मिश्र ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर भगवान नरसिंह के दरबार में उमड़े श्रद्धालुओं के स्नेह और आस्था से मंदिर प्रांगण जीवंत हो उठा। इस वर्ष भक्तों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है और सभी ने अनुशासन और श्रद्धा के साथ दर्शन किए। मेले की व्यवस्था और सुरक्षा प्रबंधन को सफल बनाने में प्रशासन, मंदिर समिति और श्रद्धालुओं का सहयोग सराहनीय रहा। भगवान नरसिंह की कृपा से यह आयोजन निर्विघ्न संपन्न हुआ।सभी पर भगवान नरसिंह की कृपा बनी रहे।

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