हजारीबाग सिविल कोर्ट परिसर में ई-कोर्ट से संबंधित अधिवक्ताओं का प्रशिक्षण
हजारीबाग। सर्वोच्च न्यायालय एवं झारखंड उच्च न्यायालय और ज्यूडिशल एकेडेमी रांची के निर्देशानुसार हजारीबाग सिविल कोर्ट परिसर में ई-कोर्ट से संबंधित अधिवक्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया। बुधवार को इस प्रशिक्षण शिविर में कल 50 अधिवक्ताओं ने ई-कोर्ट से संबंधित प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसमें ई पेमेंट, ई-फाइलिंग, ई-कोर्ट के साइट पर अधिवक्ताओं का पंजीकरण, ई-कोर्ट परियोजना के बारे में विस्तृत चर्चा, मोबाइल एप्प के माध्यम से वादों की जानकारी प्राप्त करना और अन्य जानकारी से संबंधित प्रशिक्षण सभी को प्रदान किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधान जिला जज रंजीत कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव गौरव खुराना और सिविल कोर्ट निबंधक दिव्यम चौधरी भी मौजूद थे। मंच का संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकार सचिव गौरव खुराना ने किया। प्रधान जिला जज ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में ई-कोर्ट की जानकारी सभी को रहना बहुत ही आवश्यक है। आने वाले समय में जिस तरह से कोर्ट में आधुनिकीकरण का इस्तेमाल किया जा रहा है और कंप्यूटराइजेशन हो रहा है। अगर कोई अधिवक्ता या अधिवक्ता क्लर्क इससे अछूता रहता है, तो उसे काम करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
इस प्रशिक्षण सेमिनार में बतौर मास्टर ट्रेनर अधिवक्ता गौरव सहाय और अधिवक्ता दीपक कुमार गुप्ता मौजूद थे। दोनों अधिवक्ताओं ने कई सेशन में प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों को ई कोर्ट से संबंधित सारी जानकारी उपलब्ध कराई। इसके साथ ही प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों के मन में उठ रहे सवालों का भी सही तरीके से जवाब देकर उन्हें संतुष्ट किया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम सुबह 10 बजे से प्रारंभ होकर शाम 5 बजे तक चला। बहुत ही संयमित तरीके से सभी ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का लाभ उठाया। कार्यक्रम के अंत में प्रधान जिला जज ने आकर सभी प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों का हौसला बढ़ाया। अपने साथ-साथ अन्य लोगों को भी इसकी जानकारी देकर उन्हें भी इससे रूबरू कराने की नसीहत दी। कार्यक्रम का समापन करते हुए सिविल कोर्ट निबंधक दिव्यम चौधरी ने सभी के प्रति अपना आभार प्रकट किया और प्रधान जिला जज की अनुमति से कार्यक्रम के समापन की घोषणा की।