दोस्तों की पिटाई से घायल महबूब आलम की मौत

परिजनों ने प्रशासन से की न्याय की मांग

हजारीबाग। कल्लू चौक से रात्रि पेट्रोलिंग गाड़ी द्वारा सदर अस्पताल पहुंचाए गए घायल महबूब आलम उर्फ रिंकू की इलाज के दौरान रांची के रिम्स अस्पताल में मृत्यु हो गई। मृतक की पत्नी शबाना परवीन का आरोप है कि उनके पति की हत्या उनके दोस्तों ने मिलकर की।

बादल बस का कंडक्टर महबूब आलम 24 नवंबर की रात को अपने दो दोस्तों, सन्नी और संदीप के कॉल किए जाने पर घर से बाहर निकले थे। शबाना परवीन ने बताया कि रात भर उनके पति घर नहीं लौटे, जिससे उन्हें चिंता होने लगी।

शबाना ने बताया, “मेरे पास घर में फोन नहीं था, इसलिए जैसे ही सुबह हुई, मैंने अपने पड़ोसी के घर जाकर उनके मोबाइल पर कॉल की। मुझे सदर अस्पताल से जानकारी मिली कि मेरे पति गंभीर हालत में हैं और हमें तुरंत वहां पहुंचने को कहा गया। हम लोग तुरंत अस्पताल पहुंचे, जहां से उन्हें रांची रिम्स रेफर कर दिया गया।”

महबूब ने पांच दिनों बाद होश में आने पर बताया कि उनके दोस्तों ने उन्हें मारपीट कर कल्लू चौक पर छोड़ दिया था और उनके पास से 35,000 रुपए भी लूट लिए थे। शबाना ने 30 नवंबर को लोहसिंघना थाने में शिकायत दर्ज कराई और बताया कि उनके पति ने संदीप और इमरान के नाम बताए हैं। उन्होंने थाने से उनके पति का फर्द बयान लेने की मांग की, परंतु पुलिस ने उनकी शिकायत की अनदेखी की और आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की।

10 दिसंबर को महबूब आलम की मृत्यु हो गई। शबाना परवीन ने आरोप लगाया कि उनके पति के दोस्तों संदीप और इमरान ने मिलकर उनके पति की हत्या की है। शबाना ने प्रशासन से अपील की है कि उनके पति के हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए।

शबाना ने अपने बयान में कहा, “मेरे पति के हत्यारे को जल्द से जल्द जेल में डाला जाए। मेरे चार बच्चे हैं और मेरे पति ही घर में कमाने वाले थे। उनके जाने से हमारे परिवार की स्थिति बेहद दयनीय हो गई है।”

महबूब के परिजनों ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। इस दु:खद घटना ने समाज में सुरक्षा और न्याय प्रणाली पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन से अपेक्षा है कि वे शीघ्र कार्रवाई करें और दोषियों को कानून के समक्ष लाएं ताकि मृतक के परिवार को न्याय मिल सके।

महबूब के परिजनों ने प्रेस वार्ता कर प्रशासन से न्याय की मांग की। उन्होंने बताया कि उनके पति को मित्रों द्वारा बुरी तरह पीटा गया और पैसे लूट लिए गए। इस वारदात से परिवार में शोक और आक्रोश का माहौल है। प्रशासन से अपील है कि वे इस मामले में गंभीरता से जांच करें और दोषियों को कड़ी सजा दिलाएं।

शबाना परवीन ने अपने पति के दर्दनाक अनुभव को साझा करते हुए कहा, “मेरे पति ने बताया कि बस स्टैंड से घर लौटते समय संदीप और इमरान ने उन्हें कल्लू चौक पर बुलाया और वहां पर उनके साथ मारपीट की। मेरे पति ने सिर्फ इन दोनों का नाम लिया था।”

इस घटना ने हजारीबाग के निवासियों में चिंता और आक्रोश पैदा कर दिया है। परिजनों की न्याय की मांग के साथ प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में किस तरह की कार्रवाई करता है और मृतक के परिजनों को न्याय मिलता है या नहीं।

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