पहले हो कार्रवाई, तभी खत्म करेंगे आंदोलन : संजय तिवारी

चौथे दिन भी अनशन पर कांग्रेसी आंदोलनकारी, प्रशासन से वार्ता विफल

पांच सूत्री मांगो को लेकर आमरण अनशन पर बैठे कांग्रेसी नेता संजय तिवारी की हालत गंभीर, ब्लड प्रेशर लो, कमजोरी और वजन में आई कमी


हजारीबाग। जिला कांग्रेस कमिटी के बैनर तले सहयोगी दलों के समर्थन के साथ डिस्ट्रिक्ट बोर्ड चौक स्थित डाॅ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के निकट पांच सूत्री मांगों पर बुलंदी से कांग्रेसी नेता संजय तिवारी बुधवार को भी डटे रहे। उनका आमरण अनशन चौथे दिन भी जारी रहा। इसी बीच संजय तिवारी की हालत बिगड़ गई। सरकारी डाॅ. जमीर अफजल ने संजय तिवारी का बीपी और स्वास्थ्य संबंधित जांच की। उन्होंने बताया कि ब्लड प्रेशर लो हो गया है तथा स्वास्थ्य में गिरावट, कमजोरी, माथे से पसीना और वजन भी घट गया है। कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि चौथे दिन भी जिला प्रशासन की ओर से कोई सकारात्मक पहल नही की गई। इसके लिए कांग्रेसियों और आम जनता मे रोष और क्षोभ व्याप्त है।कांग्रेसियों का कहना है कि शीघ्र प्रशासन द्वारा मांगों की पूर्ति नहीं की जाती है, तो कांग्रेस पार्टी की ओर से उग्र आंदोलन के फैसले लिए जा सकते हैं और इसकी सारी जिम्मेवारी जिला प्रशासन पर होगी। इधर आमरण अनशन पर बैठे संजय तिवारी की सुध लेने के लिए सदर एसडीओ राजकिशोर प्रसाद, सीओ मयंक भूषण और सदर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुभाष सिंह धरना स्थल पहुंचे। सभी ने एक साथ संजय तिवारी से अनशन तोड़ने के लिए आग्रह किया। साथ ही यह भी कहा कि जो भी मांगें हैं, जिला प्रशासन सहानुभूतिपूर्वक पूरा करेगा। वह अनशन तोड़ दें, जिला प्रशासन ने 15 दिनों के बाद मांगों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस पर अनशन पर बैठे संजय तिवारी ने कहा कि प्रशासन खुले मंच पर आकर बात करे। जब तक लिखित रूप में मांगो को पूरा नहीं किया जाएगा आंदोलन जारी रहेगा। इस तरह प्रशासन से वार्ता विफल है गई। मौके पर जिला अध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार यादव, जिला उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता निसार खान, डाॅ. आरसी मेहता, रविन्द्र गुप्ता, जिला भाकपा के सचिव अनिरुद्ध कुमार दांगी, सीपीआई (एम) के गणेश कुमार सीटू, उमेश गोप, मनोज नारायण भगत, अनिल उपाध्याय, अकील अहमद, लाल बिहारी सिंह, कृष्णदेव प्रसाद सिंह, दिगम्बर प्रसाद मेहता, अजय गुप्ता, दिलदार अंसारी, जावेद इकबाल, रवि शंकर वर्मा, ज्ञानी प्रसाद मेहता, बाबर अंसारी, दिलीप कुमार रवि, शिवनंदन साहू, राज उदय सिंह, सदरूल होदा, विजय कुमार सिंह, बब्लू अंसारी, मो. रब्बानी समेत काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।

पांच सूत्री मागें


निजी अस्पताल और निजी स्कूलों मममामी ढंग से फीस लेने के खिलाफ ये आमरण अनशन का आगाज है।

जिले के कुछ सरकारी पदाधिकारी जो आरएसएस और भाजपा मानसिकता के हैं वह झारखंड के गठबंधन सरकार तथा लोकप्रिय मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, इस बात को हम किसी हालत में सहन नहीं कर सकते।

बड़कागांव और केरेडारी में पब्लिक कंसर्निग रोड से हाइवा से कोयला ढुलाई कर अबतक कितने लोगों की घटना में जान जा चुकी है।

डिस्ट्रिक्ट बोर्ड चौक स्थित जिला परिषद की बिल्डिंग में अवैध ढंग से चल रहे आरोग्यम अस्पताल को आजतक खाली नही किया गया।

हजारीबाग में आपराधिक घटनाओं में दिनोदिन बढ़ोतरी हो रही है, जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन इसे रोकने में नाकाम है।

भवन प्रमंडल हजारीबाग में टेंडर में करोड़ों का घोटाले की आजतक जांच नही हो पाई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *