चतरा : सिमरिया प्रखंड कार्यालय के सभागार में मंगलवार को निषिद्ध मादक पदार्थों की रोकथाम हेतु एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता प्रखंड विकास पदाधिकारी चंद्रदेव प्रसाद ने की। बैठक का मुख्य उद्देश्य अवैध अफीम एवं पोस्ता की खेती की निगरानी और रोकथाम सुनिश्चित करना था। बैठक में निर्णय लिया गया कि अवैध अफीम एवं पोस्ता की खेती की सतत निगरानी, अनुश्रवण एवं निरीक्षण किया जाएगा। इसके अलावा, ऐसे किसान जो अवैध खेती में संलग्न हैं और उन्हें सहायता देने वाले व्यक्तियों, वित्तीय सहयोग प्रदान करने वालों तथा अन्य संलग्न दोषियों के विरुद्ध सुसंगत अधिनियमों के तहत कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
शिक्षण संस्थानों, विशेषकर स्कूल और कॉलेजों के आसपास जागरूकता अभियान चलाने का भी निर्णय लिया गया। स्थानीय स्तर पर गुमटी और ठेले वालों की गहन जांच करने के निर्देश दिए गए, जिससे नशीले पदार्थों की आपूर्ति पर रोक लगाई जा सके। बैठक में यह भी चर्चा हुई कि कुछ स्थानों पर महिलाओं और बच्चों द्वारा नशीले पदार्थों की तस्करी करने की सूचना मिलती रहती है। इस पर विशेष निगरानी रखने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। जनप्रतिनिधियों से अनुरोध किया गया कि वे ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान संचालित करने में सहयोग करें। पंचायत स्तर पर जागरूकता बढ़ाने के लिए सभी महिला समूहों, आंगनबाड़ी सेविकाओं और स्वास्थ्य सहियाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्णय लिया गया।
इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रमुख सोहन साव, अंचल अधिकारी गौरव राम सहित अन्य क्षेत्रीय कर्मी उपस्थित थे। बैठक में लिए गए निर्णयों को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए सभी संबंधित विभागों को समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए गए। नशीले पदार्थों के दुरुपयोग को रोकने के लिए यह बैठक एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रशासन और समाज के संयुक्त प्रयासों से इस समस्या पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सकता है।