विष्णुगढ़ के प्रवासी मजदूर की राजस्थान में मौत

परिवार पर टूटा गम का पहाड़, घर में हैं पत्नी और चार बच्चे, इकलौता कमाऊ सदस्य थे नरेश गंझू

प्रवासी मजदूरों की मौत का सिलसिला बदस्तूर जारी

पलायन रोकने के लिए सरकार राज्य के प्रत्येक प्रखंडों में कराए रोजगार की व्यवस्था : जेएलकेएम

मृतक नरेश गंझू टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड कंपनी में फिटिंग मास्टर पद पर थे कार्यरत

हजारीबाग/ विष्णुगढ़। विष्णुगढ़ प्रखंड की नरकी पंचायत के अलकिलवा बस्ती के रहने वाले नरेश गंझू की मौत एक जनवरी को हो गई। झमन गंझू के पुत्र नरेश गंझू 36 वर्ष के थे। एक जनवरी को राजस्थान में देर रात सोई हुई अवस्था में उनकी मौत हो गई। मौत की सूचना मिलते हीं मृतक के परिजन गहरे सदमे में हैं, तो वहीं पूरे गांव में शोक का माहौल है। चतरोचट्टी थाना क्षेत्र के कैलाश महतो नरेश गंझू को तीन माह पूर्व रोजगार के लिए राजस्थान गये थे। नरेश गंझू राजस्थान में टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड कंपनी में फिटिंग मास्टर के पद पर कार्यरत थे। मृतक नरेश गंझू के घर में पत्नी बासो देवी, पुत्र सूरज कुमार उम्र 12 वर्ष, प्रकाश कुमार उम्र 9 वर्ष , सुजीत कुमार 6 वर्ष एवं राजेन्द्र कुमार उम्र 2 वर्ष का है। परिवार में मृतक नरेश गंझू ही इकलौते कमाने वाले सदस्य थे। पूरा परिवार इन्हीं पर आश्रित था।

गुरुवार को नरेश गंझू के असामयिक मौत की सूचना मिलते हीं जेएलकेएम के मांडू विधानसभा क्षेत्र के युवा नेता इंजीनियर मुकेश कुमार महतो, जेएलकेएम के विष्णुगढ़ प्रखंड अध्यक्ष कौलेश्वर महतो, भारतीय युवा सांसद सह जेएलकेएम प्रखंड उपाध्यक्ष सुरेश कुमार, नरकी पंचायत अध्यक्ष निर्मल महतो, संतोष महतो, जोगन महतो एवं नेमचंद कुमार मृतक नरेश गंझू के घर पहुंच कर उनके परिजनों के समक्ष संवेदना प्रकट करते हुए उन्हें हिम्मत बंधाते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। वहीं जेएलकेएम मांडू विधानसभा क्षेत्र के नेता इंजीनियर मुकेश कुमार महतो कंपनी प्रबंधन से वार्तालाप कर नरेश गंझू के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव लाने एवं उचित मुआवजे दिलाने के साथ साथ हर संभव मदद करने की मांग की है। जेएलकेएम नेता इंजीनियर मुकेश कुमार महतो ने कहा कि यहां के लोग अपने गांव से घर परिवार को छोड़ कर रोजी-रोटी की तलाश में प्रदेश जाते हैं और वहां उनकी मौत हो जाती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश गए प्रवासी मजदूरों की मौत का सिलसिला लगातार जारी है। हर रोज झारखंड के किसी न किसी इलाके के प्रवासी मजदूरों की दूसरे राज्यों या फिर विदेशों से उनकी मौत की खबरें आती रहती है। मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए सरकार को अपने राज्य में हीं उचित रोजगार की व्यवस्था करनी चाहिए। जेएलकेएम के विष्णुगढ़ प्रखंड अध्यक्ष कौलेश्वर महतो ने कहा कि झारखंड राज्य में खनिज संपदा भरपूर होने के बावजूद यहां के लोग रोजगार के लिए दूसरे राज्यों या फिर विदेशों में जाकर मजदूरी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लगातार इस तरह की घटनाएं घटने के बाद भी सूबे की सरकार ने अब तक किसी भी प्रकार की नीति व नियम नहीं बना पाई है। इस प्रकार की घटनाएं लगातार हो रही हैं। सरकार को पलायन रोकने के लिए हर जिले एवं हर प्रखंडों में रोजगार उपलब्ध कराए। उन्होंने बताया कि प्रवासी मजदूरों की सबसे बड़ी तादाद हजारीबाग, गिरिडीह एवं बोकारो जिले से है।

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