सड़क सुरक्षा से संबंधित जागरूकता नुक्कड़ नाटक का आयोजन

साहिबगंज : सड़क सुरक्षा माह – 2025 के उपलक्ष्य में साहिबगंज जिले में व्यापक स्तर पर सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, प्रखंड और पंचायत स्तर पर सड़क सुरक्षा पर आधारित नुक्कड़ नाटकों का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करना और सड़क दुर्घटनाओं को कम करना था।

राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह 2025 के अंतर्गत, साहिबगंज जिले के कोर्ट परिसर में एक विशेष नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ जिला परिवहन पदाधिकारी मिथिलेश कुमार चौधरी और डिएलएसए सेक्रेटरी विश्वनाथ ने किया।

नेक नागरिक बनने का संदेश

इस मौके पर जिला परिवहन पदाधिकारी ने गुड सेमीरिटर्न पॉलिसी के तहत सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की मदद करने का संदेश दिया। उन्होंने बताया कि घायल व्यक्तियों की सहायता करने वाले नेक नागरिकों को सरकार की ओर से ₹2000 की प्रोत्साहन राशि और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। यह सहायता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से दी जाएगी।

साहिबगंज जिले के विभिन्न स्थानों पर नुक्कड़ नाटक के साथ-साथ हैंडबिल, पंपलेट और बुकलेट का वितरण किया गया। इन माध्यमों से ट्रैफिक नियमों के पालन और सड़क सुरक्षा के महत्व के बारे में जानकारी दी गई। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को बताया गया कि ट्रैफिक सिग्नल का पालन करना, हेलमेट पहनना और ड्राइविंग के दौरान सीट बेल्ट लगाना न केवल कानून का पालन है, बल्कि अपने जीवन की सुरक्षा भी है।

जीवन के प्रति जिम्मेदार बनने का संदेश

सड़क सुरक्षा माह 2025 का उद्देश्य केवल आंकड़ों में सुधार लाना नहीं है, बल्कि लोगों को उनके जीवन के प्रति अधिक जिम्मेदार बनाना है। यह अभियान उन मूल्यों को सुदृढ़ करने पर जोर देता है, जो सुरक्षित और जिम्मेदार यातायात का हिस्सा हैं।

इस अवसर पर जिला सड़क सुरक्षा प्रबंधक नीरज कुमार साह, रोड इंजीनियर एनालिस्ट अनुज पराशर और अन्य कर्मी मौजूद रहे। इनकी सक्रिय भागीदारी ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

सड़क सुरक्षा से संबंधित नुक्कड़ नाटक और जागरूकता अभियान ने साहिबगंज जिले में ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूकता फैलाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह पहल न केवल सड़क दुर्घटनाओं को कम करने की दिशा में सहायक है, बल्कि यह लोगों को उनके कर्तव्यों और अधिकारों के प्रति भी जागरूक करती है।

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