रांची। हजारीबाग में बहुचर्चित पोशाक घोटाले में झारखंड हाइकोर्ट ने संज्ञान लिया है। इसमें हजारीबाग के ही एक पूर्व पंचायत प्रतिनिधि ने पीआईएल दर्ज किया था, जिसपर हाइकोर्ट ने संज्ञान लिया है। इसमें जिला से राज्यस्तर तक के करीब दर्जनभर पदाधिकारियों को आरोपी बनाया गया है। जिले में कई स्तर से जांच चल रही थी। राज्य से भी शिक्षा विभाग की तत्कालीन अधिकारी नेहा अरोड़ा भी जांच के लिए आ चुकी हैं। कमिश्नर, आरजेडीई और डीसी स्तर से भी जांच की जा रही थी। तत्कालीन डीएसई संतोष गुप्ता के कार्यकाल में घोटाले का मामला सामने आया था, जिसमें उनकी भूमिका संदेहास्पद बताई जा रही थी। पोशाक घोटाले का यह मामला करीब 11 करोड़ का बताया जाता है। वर्ष 2023-24 से जुड़े इस प्रकरण में जिस शिक्षक ने भी सही आवाज उठाने की कोशिश की, उसकी आवाज दबाने के लिए पूर्व डीएसई संतोष गुप्ता ने उसी शिक्षक पर कार्रवाई कर दी थी। ऐसे में करीब 10 शिक्षकों पर बेवजह कार्रवाई की थी। हालांकि शिक्षक आज भी उस कार्रवाई से पूरी तरह उभर नहीं पाए हैं। बहरहाल पीआईएल का यह मामला क्या रंग लाएगा, आगे यह देखने वाली बात है।
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