कुलपति ने की महाविद्यालय के प्राचार्यों के साथ बैठक, नैक प्रत्यायन की प्रस्थिति की समीक्षा की
हजारीबाग। विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग के कुलपति प्रोफेसर पवन कुमार पोद्दार ने 16 जनवरी को विश्वविद्यालय के अंतर्गत अंगीभूत तथा संबद्ध महाविद्यालय के प्राचार्यों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। पूर्वाह्न 11:30 को आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुलपति ने सभी महाविद्यालयों के नैक प्रत्यायन की प्रस्थिति की समीक्षा की।
कुलपति ने कहा कि पहले दौर में विश्वविद्यालय की यह कोशिश रही कि सभी महाविद्यालय नैक प्रत्यायन की प्रक्रिया को पूर्ण करें। अब हमारी यह प्राथमिकता होनी चाहिए कि नैक के अगले प्रत्यायन में हमें बेहतर से बेहतर अंक प्राप्त हो। उन्होंने नैक प्रत्यायन के संबंध में महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश देते हुए कहा कि इस कार्य को बहुत कठिन नहीं समझना चाहिए। परंतु इसकी तैयारी के लिए एक सतत प्रक्रिया को अपनाने की आवश्यकता है।
प्रोफेसर पोद्दार ने कहा कि शीघ्र ही इस दिशा में विश्वविद्यालय की ओर से एक कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। इसमें प्रत्येक महाविद्यालय के प्राचार्य निश्चित रूप से उपस्थित होंगे। उन्होंने बताया कि कार्यशाला के लिए एक विशेषज्ञ को आमंत्रित किया जाएगा, जो क्राइटेरिया के अनुसार प्रशिक्षण उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने कहा कि सभी प्राचार्य आपस में समन्वय बनाकर एमओयू की संभावनाओ का तलाश करें। उन्होंने परामर्श दिया कि वर्चुअल कक्षाओं से शिक्षकों की कमी की समस्या से अस्थाई, अपितु तात्कालिक, हल निकाला जा सकता है। इस दिशा में किए गए किसी भी पहल को विश्वविद्यालय पूर्ण सहयोग उपलब्ध कराएगी।
प्राचार्य ने अपने स्तर पर शिक्षकों की घोर कमी की समस्या के तरफ कुलपति का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने आवश्यकता आधारित शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया को शीघ्र संपन्न करवाने का आग्रह किया। उन्होंने इसी कमी को नैक प्रत्यायन के मार्ग में सबसे बड़ी बाधा बताया।
बैठक का संचालन विश्वविद्यालय के नैक समन्वयक डॉ गंगानंद सिंह तथा धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ सादिक रज्जाक ने किया। इस अवसर पर छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष डॉ विकास कुमार, कुलानुशासक डॉ मिथिलेश कुमार सिंह, विभिन्न महाविद्यालयों से आए प्राचार्यगण, सहायक कुलसचिव कुमार विकास तथा सहायक जागेश्वर मुंडा उपस्थित थे।