महाकुंभ में भगदड़ और श्रद्धालुओं की मौत का जिम्मेवार योगी सरकार इस्तीफा दे : नायक

बंद हो वीआईपी कल्चर, हिन्दू श्रद्धालुओं को मिले सुरक्षा

मृतकों को 50 लाख और घायलों को सरकार दे 10 लाख रुपए मुआवजा

जिन मंत्रियों को मिली महाकुंभ की जिम्मेवारी, वह ले रहे फोटो सेशन में भाग

पूरी व्यवस्था की मानिटरिंग करें केंद्र सरकार, योगी सरकार की महाकुंभ तैयारी की लापरवाही उजागर

हजारीबाग। प्रयागराज के ऐतिहासिक महाकुंभ में मौनी अमावस्या के स्नान से पहले मची भगदड़ में हुई असंख्य हिन्दू श्रद्धालुओं की मौत का जिम्मेवार 100 % प्रतिशत योगी की भाजपा सरकार है ।
इस घटना के बाद उन्हे सत्ता मे बैठने का एक क्षण भी अधिकार* *नही है , अविलंब नैतिकता के आधार पर योगी सरकार इस्तीफा दे।
यह बात बुधवार को आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केंद्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक प्रत्याशी विजय शंकर नायक महाकुंभ में मौनी अमावस्या के स्नान से पहले मची भगदड़ में हुई असंख्य हिन्दू श्रद्धालुओं की मौत होने पर अपनी प्रतिक्रिया मे कही। उन्होने हिन्दू श्रद्धालुओ की हुई मौत पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि मृतक परिवार के आश्रितों को 50 लाख एवं घायल परिवार के लोगो को 10 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा करे यूपी सरकार साथ ही साथ भगदड़ के भीड़ में खोए लोगों की खोज मे फोकस कर उनके आश्रितों से मिलवाने की दिशा मे महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने के लिए सरकार रणनीति बनाये।
श्री नायक ने प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री से यह भी मांग करते हुए अनुरोध किया कि यूपी सरकार की निकम्मी व्यवस्था के कारण इतनी बड़ी जान माल की घटना घट गयी, इसलिए केंद्र सरकार पूरे महाकुंभ की व्यवस्था को सेना के हवाले करे। संपूर्ण व्यवस्था को केंद्र की ओर से मॉनीटरिंग हो। इन्होंने यह भी कहा कि यूपी की सरकार व्यवस्था मजबूत करने की बजाय प्रचार में लगी रही। सरकार को श्रद्धालुओं की चिंता करने की बजाय अपने फोटो सेशन में जुटी थी। सरकार को वीआईपी कल्चर बंद करके श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने की दिशा मे कदम उठाने चाहिए थे जो नहीं किया गया।

श्री नायक ने कहा यह भी कहा कि मौनी अमावस्या स्नान पर महाकुंभ में अव्यवस्था की वजह से हुई भगदड़ और दम घुटने से श्रद्धालुओं की जान माल के नुकसान के लिए सीधे भाजपा सरकार ही शत-प्रतिशत जिम्मेदार है। तैयारियों के प्रति लापरवाही और महाकुंभ में आम श्रद्धालु की व्यवस्था और चिंता के बजाय भाजपा सरकार ने महाकुंभ को अपने फोटो और वीडियो सेशन का अड्डा बनाकर रख दिया। जिन मंत्रियों पर श्रद्धालुओं के लिए तैयारी कराने की जिम्मेदारी दी गई थी वे निमंत्रण बांटने का ड्रामा कर रहे थे। ज्यादा बजट का प्रचार करने वाली भाजपा सरकार में महाकुंभ का बजट भ्रष्टाचार की भेंट एवं उसमे हिन्दू श्रद्धालुओं की बलि
चढ़ गया। अब भी समय रहते वीआईपी कल्चर बंद करने की अपील करते हुए कहा कि महाकुंभ में श्रद्धालुओं की आस्था पर सरकार की बद-इंतजामी और झूठे प्रचार कर पानी नहीं फिरना चाहिए था। साधु संत अव्यवस्था से नाराज हैं। यदि सरकार ने उसी समय जागरुकता दिखाई होती, तो इस भगदड़ से बचा जा सकता था। अभी भी समय है सरकार आम श्रद्धालुओं के लिए इंतजाम सुनिश्चिति करे। वीआईपी स्वागत कल्चर बंद करें, बजट में भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करे।

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