कहा-बिना ओटीपी के भी खाली हो सकता है खाता, हॉटस्पॉट भी बिना पहचान के न करें वितरण
अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत और साइबर थाना के संयुक्त तत्वावधान में साइबर जागरुकता सह कार्यशाला
हजारीबाग। सीएम उत्कृष्ट बालिका उच्च विद्यालय हजारीबाग में मंगलवार को साइबर जागरुकता सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। साइबर थाना और अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के संयुक्त तत्वाधान में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में साइबर थाना के थाना प्रभारी सह एडिशनल एसपी अमित कुमार और उनके दो विशेषज्ञ अधिकारी शामिल हुए। प्राचार्य सुजाता केरकेट्टा ने पुष्प गुच्छ देकर एएसपी का स्वागत किया। विषय प्रवेश ग्राहक पंचायत के प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज गुप्ता ने कराया और ग्राहक पंचायत और उसके कार्य की जानकारी दी। ग्राहक गीत प्रांत सह सचिव अरविंद राणा ने गया। मंच का संचालन जिला सचिव बबलू कुमार ने किया। कार्यशाला में एडिशनल एसपी अमित कुमार ने संबोधित करते हुए साइबर ठगी से होने वाली परेशानी , ठगी से बचाव और ठगों द्वारा किए जा रहे उक्ति की जानकारी दी। बताया कि आपकी एक छोटी सी गलती आपके और आपके परिजन को मुसीबत में डाल सकती है कहा कि फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भेजे जाने वाला फ्रेंड रिक्वेस्ट, अंजाम व्यक्ति को दिए गए हॉटस्पॉट भी आपको मुसीबत में डाल सकता है जानकारी दी की बैंक या कभी भी सरकार की ओर से कोई भी योजना की जानकारी के बदले पैसे की मांग नहीं की आती है और फोन पर किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी जाती है। एसपी ने कार्यशाला के दौरान विद्यार्थियों से बातचीत की। उनके प्रश्न सुने और जवाब के माध्यम से उन्हें संतुष्ट करने का प्रयास भी किया। एएसपी ने एक छात्रा के प्रश्नों का जवाब देते हुए बताया कि जामताड़ा में नियुक्त थे और जामताड़ा में साइबर ठगी समाप्ति की ओर है। यह भी जानकारी दी कि जामताड़ा में बंद 90% बंदी साइबर ठगी से जुड़े हैं। एएसपी ने एटीएम, आंगनबाड़ी, संस्थागत प्रसव,किसान निधि, पीएम आवास के नाम पर होने आने वाले फोन के बारे में जानकारी दी।
धोखाधड़ी की स्थिति में टोल फ्री नंबर 1930 पर सूचना देने को कहा। वहीं थाना के भी नंबर देकर इस बाबत जानकारी देने का अपील की। कहां की आप अपने आसपास के लोगों को, अपने अभिभावक को ऑनलाइन ठगी से जुड़े विषयों पर जागरुक कर सकते हैं। इसी उद्देश्य उनके यहां आगमन हुआ है । कहा कि ऑनलाइन खरीदारी में सबसे अच्छी सावधानी बरतनी चाहिए। गूगल से किसी भी ऐसे वस्तु की जानकारी न प्राप्त करें, जिससे आप मुसीबत में फंस सकते हैं । उन्होंने कहा कि ऑथेंटिक ऐप का उपयोग सुरक्षित रहता है। साइबर थाना के विशेषज्ञ पदाधिकारी दरोगा राजन कुमार ने थाना में आने वाले विभिन्न मामलों के बारे में जानकारी दी और बताया कि कैसे लोग लोक में फंसकर या गलत अप की मदद लेकर अपनी मोटी कमाई को डूबा रहे हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील करते हुए कहां की हजारीबाग भी साइबर के मामले में आगे है और लगातार इस दिशा में साइबर थाना पुलिस काम कर रही है। पांच विद्यार्थी थाना में आकर यहां आने वाले विभिन्न मामलों को देख सकते हैं।उनसे सबक ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि जब के भी कहीं भी साइबर थाना की आवश्यकता पड़े वह निश्चित होकर सूचना दे सकते हैं। जानकारी दी कि टोल फ्री नंबर 1930 ऑटोमेटिक ऐप है।। इसमें आपको सारे जानकारी साझा करने के बाद संबंधित मामला की जानकारी संबंधित क्षेत्र को भेज दी जाती है।