नामांकन प्रक्रिया होगी सरल : कुलपति
ससमय पूर्ण की जाएगी नामांकन की पूरी प्रक्रिया
हजारीबाग। विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग में स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए सत्र 2025-26 के लिए नामांकन अब 12वीं की परीक्षा के प्राप्तांक के आधार पर किया जाएगा। इसी प्रकार स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए नामांकन अब स्नातक के प्राप्तांक के आधार पर किया जाएगा। यह निर्णय शनिवार को आयोजित विश्वविद्यालय के नामांकन समिति की बैठक में लिए गए। बैठक की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर पवन कुमार पोद्दार ने की। उन्होंने बताया कि नामांकन प्रक्रिया ऐसी हो, जिससे विद्यार्थियों को बेवजह की परेशानी नहीं हो।
ज्ञात हो कि यह दोनों स्तर पर नामांकन कुछ वर्षों से CUET परीक्षा के आधार पर किया जा रहा था। इससे एक तरफ जहां विद्यार्थियों को बेवजह एक परीक्षा का खर्च वहन करना पड़ता था, वहीं परीक्षा के दूरस्थ केंद्र को लेकर भी परीक्षार्थी परेशान होते थे। नियमित पाठ्यक्रमों मे भी फिर से परीक्षा के आधार पर नामांकन लेने के औचित्य पर भी सवाल उठ रहे थे।
बैठक में आंकड़ा प्रस्तुत किया गया कि सत्र 2024-25 में स्नातक स्तर पर 49423 नामांकन में से मात्र 5539 नामांकन CUET के आधार पर हुए थे। इसी प्रकार स्नातकोत्तर स्तर पर कल 4950 नामांकन में से म मात्र 950 नामांकन CUET से हुए थे। इस प्रकार केवल CUET के आधार पर नामांकन लेने से विश्वविद्यालय के 80-90 प्रतिशत स्थान रिक्त रह जाते थे।
विश्वविद्यालय को बाध्य होकर नामांकन के लिए दो पद्धतियों का अनुशरण करना पड़ा था, जिसमें बहुत समय नष्ट हुए थे। बैठक में इस पूरे मामले की समीक्षा करते हुए सदस्यों ने पाया कि इसी कारण पिछले कुछ वर्षों से लगातार सत्र अनियमित हो रहे हैं।
बीए एलएलबी तथा एलएलबी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए ली गई प्रवेश परीक्षा में जिन अभ्यर्थियों को सकारात्मक अंक प्राप्त होंगे, उन्हें मेधांक तथा रोस्टर के आधार पर नामांकन के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। बैठक में सदस्यों ने स्पष्ट किया कि यह स्ववित्त पोषित पाठ्यक्रम है एवं इसमें यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि कोई स्थान रिक्त नहीं रहे। ज्ञात हो कि विधि महाविद्यालय में एक वर्ष कट ऑफ का निर्धारण किया गया था, जिससे कई स्थान रिक्त रह गए थे एवं महाविद्यालय को काफी आर्थिक नुकसान हुआ था।
प्रस्ताव लिया गया कि विधि को छोड़कर बाकी सारे स्ववित्त पोषित पाठ्यक्रमों में नामांकन प्रक्रिया को हर हाल में 15 जनवरी तक संपन्न कर लिया जाएगा।
एम एड पाठ्यक्रम में रिक्त रह गए स्थान के संबंध में प्रस्ताव लिया गया कि राज्य सरकार के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के संबंधित परीक्षा परिषद से पत्राचार कर स्थानीय स्तर पर रिक्तियों को भरने के लिए अनुमति ली जाएगी।
यह भी प्रस्ताव लिया गया कि वैसे B.Ed महाविद्यालय के प्राचार्य से स्पष्टीकरण पूछे जाएंगे जहां 29 नवंबर के बाद विश्वविद्यालय की अनुमति के बिना नामांकन हुए हों।
बैठक में जनवरी महीने तक चल रहे नामांकन प्रक्रिया की समीक्षा की गई। प्रस्ताव लिया गया कि अगले सत्र के लिए नामांकन प्रक्रिया को हर हालत में दिवाली की छुट्टियों से पूर्व संपन्न कराने की योजना बनाई जाएगी।
बैठक में प्रो मिथिलेश कुमार सिंह, प्रो विमल कुमार मिश्रा, डॉ एच एन सिन्हा, डॉ विकास कुमार, डॉ सुकल्याण मोइत्रा, डॉ सादिक रज्जाक, डॉ सुनील कुमार दुबे तथा नामांकन कोषांग के नोडल अधिकारी डॉ इंद्रजीत कुमार उपस्थित थे।