नीट, जेई और क्लैट जैसे प्रोफेशनल परीक्षाओं में बच्चों को सफलता दिलवाना मुख्य फोकस : डा. रजनीश कुमार
खुद फिजिक्स की कक्षा लेने की कही बात, लंबी अवधि तक जेवीएम श्यामली रांची में दे चुके हैं सेवा
हजारीबाग। स्थानीय डीएवी पब्लिक स्कूल सीनियर विंग हजारीबाग में डाॅक्टर रजनीश कुमार ने नये प्राचार्य के रूप में योगदान दिया। नए प्राचार्य के आगमन पर विद्यालय में एक विशेष हवन का आयोजन किया गया। इसमें विद्यालय की प्रभारी प्राचार्या कविता पांडेय, डीएवी जूनियर विंग यूकलिप्टा शाखा के प्राचार्य विवेकानंद चौधरी, एलएमसी के वाइस प्रेसिडेंट दिनेश खंडेलवाल और सभी शिक्षक मौजूद थे। नए प्राचार्य को विद्यालय की प्रभारी प्राचार्या और डीएवी यूकेलिप्टा शाखा के प्राचार्य ने गुलदस्ता देकर स्वागत किया। अपने स्वागत संबोधन में प्रभारी प्राचार्या कविता पांडेय ने कहा कि यह खुशी की बात है कि फिजिक्स विषय से जुड़े हुए और डीएवी (अब जेवीएम) श्यामली रांची जैसे विद्यालय में एक लंबे समय तक अध्यापन का अनुभव रखने वाले प्राचार्य विद्यालय को मिले हैं। इससे यह विद्यालय और नई ऊंचाइयों को छूएगा। इस अवसर पर नए प्राचार्य ने अपना परिचय देते हुए सभी शिक्षकों से उनका परिचय लिया।
अपने संबोधन में नवागत प्राचार्य ने यह कहा कि हम सब टीम वर्क की तरह काम करेंगे और मैं खुद भी फिजिक्स की कक्षा नियमित रूप से लूंगा। आगे उन्होंने कहा कि डीएवी हजारीबाग अपने रिजल्ट के लिए जाना जाता है। इतना ही नहीं एकेडमिक के साथ-साथ खेलकूद, सांस्कृतिक क्षेत्र और पाठ्येतर गतिविधियों में भी विद्यालय का प्रदर्शन काबिले तारीफ रहा है। अब हम लोग का मुख्य फोकस नीट, जेई और क्लैट जैसी प्रोफेशनल परीक्षाओं में अधिक से अधिक बच्चों को सफलता दिलवाना है। इसके लिए अब विद्यालय के स्तर पर ही एक नई स्ट्रेटजी बनाकर बच्चों को उसके लिए तैयार किया जाएगा। ज्ञातव्य हो कि नए प्राचार्य ने डीएवी श्यामली रांची में अपने अध्यापन के कार्यकाल में कम से कम 200 बच्चों को नीट और लगभग 450 बच्चों को जी मेन और एडवांस के लिए तैयार करके सफलता दिलवाई है। शिक्षकों ने भी यह उम्मीद जताई कि नए प्राचार्य के नेतृत्व में विद्यालय सफलता के नए पंख जोड़ेगा।